
बरेली, 23 जून — बरेली जिले में नेपाल से स्मैक और गांजा लाकर विभिन्न प्रदेशों में सप्लाई करने वाले तीन तस्करों को शनिवार रात बारादरी थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों के पास से 1.4 ग्राम स्मैक और 352 ग्राम चरस बरामद की गई। पूछताछ के बाद उन्हें रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
पुलिस अधीक्षक (दक्षिण) अंशिका वर्मा ने जानकारी दी कि जगतपुर चौकी प्रभारी सनी चौधरी पुलिस टीम के साथ गश्त कर रहे थे। इस दौरान बीसलपुर चौराहे के पास एक बाइक पर सवार तीन लोगों को रोका गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि उनके पास स्मैक और गांजा है। मौके पर पहुंचे सीओ तृतीय पंकज श्रीवास्तव की उपस्थिति में तलाशी ली गई और मादक पदार्थ बरामद किए गए।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान फारुख, शकील (दोनों निवासी भिंडौलिया गांव, थाना बिथरी चैनपुर) और मसूद अहमद (निवासी स्लीपर रोड, सीबीगंज) के रूप में हुई है। आरोपियों ने बताया कि वे यह मादक पदार्थ नेपाल से लाते थे। नेपाल में उन्हें यह सामग्री वीरजी नामक व्यक्ति से मिलती थी। बाद में इसे बरेली लाकर दिल्ली, रामपुर और उत्तराखंड जैसे राज्यों में बेचा जाता था।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी आपस में कोडवर्ड के जरिए संवाद करते थे। स्मैक को “ग्रीन लेवल” और चरस या सुल्फा को “ब्लैक डॉग” नाम से पुकारते थे। ग्राहक के जिले के आरटीओ नंबर को कोडवर्ड के रूप में इस्तेमाल करते थे, जैसे बदायूं के ग्राहक के लिए कोड “2424” इस्तेमाल होता था। आरोपी व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए बातचीत करते थे ताकि बातचीत को ट्रेस न किया जा सके।
फारुख टेंपो चालक है और वह सप्लाई के दौरान दिखावे के लिए टेंपो में सवारियां भी बैठा लेता था ताकि किसी को शक न हो। मादक पदार्थ को किराए के कमरे में रखकर ग्राहक को सौंपा जाता था। इसी प्रक्रिया के दौरान ये तीनों पकड़े गए।
दूसरी कार्रवाई:
फतेहगंज पश्चिमी में पुलिस ने एक अन्य तस्कर मान खां को 15 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया। वह भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव सैदपुर चुन्नीपुर का निवासी है और कस्बे से स्मैक खरीदकर लौट रहा था। सूचना पर पुलिस ने उसे राधा-कृष्ण मंदिर के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि उसने यह स्मैक कस्बे के एक शातिर तस्कर के गुर्गे से खरीदी थी। पुलिस उस गुर्गे की तलाश में है।
पुलिस का कहना है कि तस्करी की इन घटनाओं में कुछ सफेदपोश लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। सभी आरोपियों पर एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।