
सुपौल। सुपौल के त्रिवेणीगंज में बीते मंगलवार को कुमोद आत्महत्या केस में बड़ा मोड़ आया है। कुमोद के पिता विशुनदेव यादव ने उसकी जेब से बरामद सुसाइड नोट पर ही सवाल खड़े किए हैं। विशुनदेव का दावा है कि सुसाइड नोट की लिखावट कुमोद की नहीं है, बल्कि किसी पांचवीं-छठी कक्षा तक पढ़े व्यक्ति से यह लिखवाया गया है। उनका दावा है कि कुमोद की पत्नी चंदा का चरित्र सही नहीं है और ऐसी स्थिति में कोई भी व्यक्ति अपनी पत्नी को कुछ पैसे या संपत्ति देने की बात आत्महत्या करते समय नहीं करेगा। वह कहते हैं कि चंदा ने अपने प्रेमी तथा अन्य युवकों के साथ मिल कर कुमोद की हत्या कराई है।
उनके अनुसार चंदा ने कुमोद से शादी रचाने के पहले ही दो अन्य युवकों के शादी की थी। लेकिन उसके गलत चरित्र की वजह से दोनों शादियां टूट गई। कुमोद के साथ शादी रचाने के बाद भी जब वह ससुराल में रहने लगी तो कुछ दिनों बाद ही उसका चरित्र परिजनों को खटकने लगा था। परिवार में विवाद बढ़ने के बाद कुमोद त्रिवेणीगंज नगर परिषद क्षेत्र में ही किराए के कमरे में पत्नी चंदा के साथ रह रहा था। इधर, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुमोद से प्रेम विवाह रचाने के पहले भी चंदा की दो शादियां हुई थी। अफेयर से परेशान मायके वालों ने चंदा की पहली शादी सहरसा जिले के पतरघट थाना क्षेत्र अंतर्गत सीखोरी निवासी एक युवक से कराई, लेकिन कुछ दिनों बाद ही रिश्ता तोड़ कर वह मायके लौट आई।
इसके बाद दूसरी शादी मधेपुरा जिले के शंकरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मधेली निवासी युवक से कराई गई। लेकिन वह भी लंबे समय तक नहीं चली। इस बीच उसने तीसरा प्रेम विवाह त्रिवेणीगंज क्षेत्र अंतर्गत पकड़ी वार्ड 17 निवासी कुमोद से वर्ष 2019 किया। लेकिन शादी के दो साल बाद से उसका अपने मायके में ही एक मुस्लिम युवक से प्रेम प्रसंग चलने लगा। सूत्रों का दावा है कि चंदा की एक बहन पकड़ी में रहती है, जिसके घर चंदा का कभी-कभी आना-जाना होता था। इसी क्रम में वह कुमोद के संपर्क में आई। कुमोद के पिता विशुनदेव यादव तब पंजाब में मजदूरी करते थे। परिजनों के समझाने पर भी जब कुमोद नहीं माना तो उसके घर पर ही चंदा से उसकी शादी चाचा के देखरेख में करवाई गई।
सूत्रों के अनुसार चंदा का चौथा प्रेमी मजेबुल हयात से मायके में ही संपर्क हुआ। चंदा का भाई महेशुआ में टेंट हाउस चलाता है, जहां मजेबुल काम करता था और अक्सर उसके मायके में जाना-आना होता था। दावा है कि मजेबुल कई बार चंदा के ससुराल तक पहुंच गया था। जिसको लेकर जब ससुराल वालों ने आपत्ति जताई तो विवाद भी हुआ। अंतत: कुमोद को गांव छोड़ कर पत्नी चंदा के साथ त्रिवेणीगंज बाजार शिफ्ट होना पड़ा। हाल के दिनों में चंदा कुमोद के साथ रहने से इंकार करने लगी। सूत्रों का दावा है कि चंदा का आचरण शुरुआत से ही सही नहीं था। इस कारण उसके मायके में कई बार विवाद भी हुआ। इधर, त्रिवेणीगंज एसडीपीओ विपिन कुमार ने बताया कि पुलिस मामले में हत्या और आत्महत्या दोनों बिंदुओं पर जांच कर रही है। पिता की आपत्ति के बाबत सुसाईड नोट की एफएसएल जांच कराई जाएगी। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुरुप कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।