
आगरा। आगरा के कीठम स्थित दृष्टिबाधित सूरकुटी विद्यालय के रिकाॅर्ड रूम में शुक्रवार शाम को प्रधानाचार्य के 12 वर्षीय भतीजे अंकित ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। वह कक्षा चार का छात्र था। फुफेरी बहन से बाॅल गुम होने के बाद हुए झगड़े से आहत होकर यह कदम उठाने की बात कही जा रही है। पुलिस जांच में जुटी है।
मूल रूप से बांदा के रहने वाले अंकित के पिता अशोक कुमार मजदूरी करते हैं। अशोक सूरकुटी विद्यालय के प्रधानाचार्य महेश कुमार के साले हैं। अंकित 4 साल से फूफा के पास रह रहा था। वह दृष्टिबाधित नहीं था। रुनकता स्थित एक स्कूल में कक्षा 4 का छात्र था। विद्यालय परिसर में ही प्रधानाचार्य का आवास है। शुक्रवार को फर्नीचर कारीगर काम करने आया था। शाम 4:30 बजे अंकित फुफेरी बहन पूजा के साथ बॉल से खेल रहा था।
खेलते समय गेंद खो गई। इस पर दोनों के बीच झगड़ा हो गया। पुलिस ने बताया कि गुस्से में अंकित में पूजा ने थप्पड़ मार दिया। इससे वह गुस्सा होकर कमरे की तरफ चला गया। काफी देर तक नजर नहीं आने पर महेश कुमार तलाश करने लगे। शाम 6:30 बजे रिकार्ड रूम में गए। उसका दरवाजा अंदर से बंद था। इस पर खिड़की से देखा। अंकित पंखे से बने फंदे पर लटका हुआ था। महेश कुमार ने फर्नीचर कारीगर को बुलाया। खिड़की को ग्राइंडर से काटकर अंदर प्रवेश किया। इसके बाद फंदे से उतारकर अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
सूचना पर रात तकरीबन 10:30 बजे एसीपी हरीपर्वत आदित्य, इंस्पेक्टर सिकंदरा नीरज कुमार शर्मा फोर्स के साथ पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एसीपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला खुदकुशी का है। 12 साल के बालक ने खुदकुशी की है। पुलिस जांच में जुटी है। प्रधानाचार्य का कहना है कि भतीजे का उनकी बेटी से खेलने के दौरान झगड़ा हो गया था। खुदकुशी के पीछे कोई वजह नहीं है। घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।