देहरादून। स्मार्ट सिटी ने गत सोमवार की काली रात की परतों को उठाना शुरू किया तो इस बीच कई ऐसे सच सामने आए हैं, जिनके बारे में रह-रहकर चर्चाएं हो रही हैं। युवाओं की यह कार वाडिया इंस्टीट्यूट से बल्लीवाला, गोविंदगढ़ और फिर कांवली रोड स्थित पुलिस चौकी तक पहुंची थी। इसके बाद फिर यहीं से यू-टर्न लिया और दोबारा जीएमएस रोड की ओर मुड़ गई। बस यही यू-टर्न इन छह युवाओं की मौत का यू-टर्न बन गया।
दरअसल, हादसे का सच केवल घायल सिद्धेश जानता है। उसके छह दोस्त काल का ग्रास बन चुके हैं। ऐसे में जब तक सिद्धेश होश में नहीं आ जाता तब तक पुलिस और परिवहन विभाग अपनी जांच जारी रखे हुए हैं। इस बीच स्मार्ट सिटी ने भी कार के रूट की जांच करते हुए नया खुलासा किया है। शुरुआत में बताया जा रहा था कि कार पूरे शहर में ओवर स्पीड दौड़ती रही, लेकिन शहर के सीसीटीवी कैमरों से स्मार्ट सिटी ने इसका भी खंडन कर दिया। इनोवा कार 11 जगहों के सीसीटीवी कैमरों से गुजरती दिखाई दी। पता चला कि जिस रूट से कार आई, वहां स्पीड सामान्य थी। इसके बाद एक दूरी विशेष पर ही उन्होंने कार की एकाएक स्पीड बढ़ाई थी।
अब अन्य जगहों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की गईं तो कार का करीब छह किलोमीटर का रूट भी सामने आया। मगर, इस रूट में जो बात अब भी खटक रही है वह है कांवली रोड स्थित पुलिस चौकी के सामने से यू-टर्न। यहां से होते हुए कार फिर गोविंदगढ़, बल्लीवाला, सिनर्जी अस्पताल के सामने से होते हुए ओएनजीसी चौक पर पहुंची, जहां दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बताया गया कि बल्लूपुर से पहले लग्जरी कार ने क्रॉस किया था, फिर एकाएक युवाओं ने कार की रफ्तार बढ़ा दी।
इनोवा का रूट
- रात 01.08.08 बजे- वाडिया इंस्टीट्यूट
- रात 01.08.57 बजे- बल्लीवाला
- रात 01.09.32 बजे- गोविंदगढ़
- रात 01.10.13 बजे- कांवली रोड पुलिस चौकी
यूटर्न लिया
- रात 01.16.07 बजे- कांवली रोड पुलिस चौकी
- रात 01.16.52 बजे- गोविंदगढ़
- रात 01.17.27 बजे- बल्लीवाला
- रात 01.19.40 बजे- सिनर्जी अस्पताल/बीएमडब्ल्यू कार के साथ
- रात 01.19.40 बजे- ओएनजीसी चौक पर हादसा हुआ
- रात एक बजकर 31 मिनट पर कंट्रोल रूम को सूचना मिली
इनोवा कार की स्पीड यूटर्न के बाद वापसी में गोविंदगढ़ में लगभग 64 किलोमीटर प्रतिघंटा थी। इसके बाद बल्लीवाला तक का सफर 35 सेकेंड में तय किया। इस हिसाब से स्पीड करीब 77 किलोमीटर प्रतिघंटा रही। यहीं से अगली दूरी 2.8 किलोमीटर की 120 सेकेंड में पूरी की। सिनर्जी तक यह स्पीड लगभग 84 किलोमीटर प्रतिघंटा रही। यहीं से शुरू हुई काल की स्पीड। ओएनजीसी चौक तक का 600 मीटर का सफर कार ने केवल 14 सेकेंड में तय किया। इस हिसाब से स्पीड 154 किलोमीटर प्रतिघंटा रही। यानी साफ है कि जब कार दुर्घटनाग्रस्त हुई तो उसकी स्पीड करीब 150 किलोमीटर प्रतिघंटा ही रही होगी।
हादसे का कारण बना कंटेनर सामान्य स्पीड से सफर तय कर रहा था। कंटेनर रात 1.15 बजे किशननगर चौक पर दिखाई दिया। जबकि, वह ओएनजीसी चौक पर रात 1.19 बजे पहुंचा था। यानी यह करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी उसने चार मिनट में तय की। इस हिसाब से उसकी स्पीड करीब 20 से 22 किलोमीटर प्रतिघंटा ही रही होगी। स्मार्ट सिटी के कैमरों से पता चला है कि लग्जरी कार ने इनोवा कार को बल्लूपुर चौक पर क्रॉस किया था। शायद उसका आगे निकलना युवाओं से बर्दाश्त नहीं हुआ और उन्होंने इससे रेस लगाना शुरू कर दिया। सिनर्जी से स्पीड बढ़ी तो इतनी बढ़ी कि आगे ओएनजीसी चौक पर संभली ही नहीं और कार कंटेनर से जा टकराई।