चमोली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार को चमोली पहुंचे। चमोली हादसे में हताहत लोगों के परिजनों से मिलकर मुख्यमंत्री काफी भावुक नजर आए। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना देते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। पुलिस मैदान गोपेश्वर में मुख्यमंत्री ने चमोली हादसे में हताहत होमगार्ड के तीनों जवानों के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित करते हुए नम आंखों से श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली हादसे में हुई जनहानि पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है।
मुख्यमंत्री सीएम धामी ने कहा कि ये बहुत हृदय विदारक घटना है। हम ईश्वर से प्रार्थना करेंगे कि इस घटना में जो हताहत हुए हैं उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें और उनके परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। राज्य सरकार की तरफ से मुआवजा, इलाज आदि से संबंधित सभी व्यवस्थाएं की गई हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चमोली हादसे के कारणों की गहन जांच की जायेगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। इस दौरान पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, स्वास्थ्य मंत्री डा.धन सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, विधायकगण एवं अधिकारीगण मौजूद थे।
भारी सुरक्षा के बीच सीएम धामी में हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के स्वजनों से मुलाकात की। परिजनों से मिलने पर सीएम धामी भी भावुक हो गए। परिजनों ने रोते -बिलखते अपनों को खोने का दुख प्रकट किया। वहीं सीएम ने परिजनों को सांत्वना दी है। हाथ जोड़े परिवावालों को सीएम पुष्कर सिंह धामी ढांढस बांधते नजर आए। बता दें कि बुधवार को नमामि गंगे के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के पास करंट फैल गया था। करंट लगने से 16 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं इस हादसे में 11 लोग झुलस गए थे। घायलों का इलाज अस्पताल में इलाज जारी है।
चमोली हादसे में 16 लोगों की जान चली गई। सिर्फ चार सेकेंड में 16 लोगों की जीवन लीला समाप्त हो गई। इस हादसे के बाद से ही पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है। गुरुवार को करंट हादसे पर शोक जताते हुए गोपेश्वर बाजार बंद किया गया है। यहां दुकानों पर ताला लगा है।
बुधवार को चमोली में करंट लगने से 16 लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा 11 लोग करंट लगने से झुलस गए थे। घायलों का इलाज जारी है। हादसे में 11 अन्य लोग झुलस गए, जिनमें दो की हालत गंभीर बनी हुई है। इनमें से छह का एम्स ऋषिकेश और पांच का जिला चिकित्सालय गोपेश्वर व उप जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग में उपचार चल रहा है। बता दें कि घायलों की हालत में सुधार हो रहा है। गुरुवार को घायलों की तबियत धीरे-धीरे सुधर रही है।