देहरादून। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी राष्ट्रीय संस्थान रैंकिंग फ्रेमवर्क-2023 (एनआइआरएफ) की ओवरआल रैंकिंग में पहली बार उत्तराखंड के चार शिक्षा संस्थान टॉप 100 में जगह बनाने में सफल रहे हैं।
आइआइटी रुड़की 71.66 अंकों के साथ 8वें स्थान पर रहा है। हालांकि पिछले वर्ष के मुकाबले यह एक पायदान नीचे आया है। इसके अलावा यूपीईएस यूनिवर्सिटी, देहरादून 48.34 अंकों के साथ 79वें, एम्स ऋषिकेश 47.89 अंकों के साथ 86वें और 47.29 अंकों के साथ ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय 89वां स्थान प्राप्त करने में सफल रहे हैं।
सोमवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय संस्थान रैंकिंग फ्रेमवर्क की विभिन्न श्रेणियों में स्थान बनाने वाले संस्थानों की रैंकिंग जारी की। देश के सौ श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों की श्रेणी में यूपीईएस यूनिवर्सिटी 49.12 अंकों के साथ 52वें स्थान पर रही। ग्राफिक एरा विवि 48.69 अंकों के साथ 55वें और 45.02 अंकों के साथ गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय, पंतनगर 79वें स्थान पर रहा है।
आर्किटेक्चर श्रेणी में आइआइटी रुड़की की श्रेष्ठता कायम रही है। उसने 83.21 अंक के साथ देश में पहला स्थान पाया है। एग्रीकल्चर सेक्टर में गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय, पंतनगर 60.03 अंकों के साथ आठवें स्थान पर रहा है। प्रबंधन श्रेणी में आइआइटी रुड़की 18वें, आइआइएम काशीपुर 19वें, यूपीईएस यूनिवर्सिटी 39वें और ग्राफिक एरा विवि 65वें स्थान पर रहा है। कालेज श्रेणी में टॉप 100 में उत्तराखंड का कोई कालेज नहीं है।
(एनआइआरएफ)- 2023 में प्रदेश के सरकारी विवि कोई खास रैंक हासिल नहीं कर पाए हैं। शीर्घ 100 विश्वविद्यालय की रैंकिंग में इस बार उत्तराखंड से गोविंद बल्लभ पंत कृषि विवि पंतनगर विश्वविद्यालय जरूर 79वां स्थान हासिल करने में सफल रहा है।
इसके अलावा एक बार फिर राज्य का नाम राष्ट्रीय स्तर पर दर्ज करने में कुछ निजी विश्वविद्यालयों व आइआइटी रुड़की ने अहम भूमिका निभाई। एनआइआरएफ रैंकिंग में प्रदेश का कोई भी सरकारी कालेज शामिल नहीं है। जबकि राज्य में सरकारी और निजी कालेजों की संख्या 390 से अधिक है।
प्रदेश में राजकीय विवि और इनसे संबद्ध कालेजों को अपनी बुनियादी व्यवस्था को सुदृढ़ करने की जरूरत है। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि, कुमाऊं विवि और हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि से प्रदेश के सभी राजकीय, सहायता प्राप्त, अशासकीय और निजी कालेज संबद्ध हैं, जबकि एनआइआरएफ रैंकिंग में ये तीन विवि कहीं नजर नहीं आ रहे हैं और न उनके संबद्ध कालेजों का कहीं नंबर है, जबकि इन्हीं तीन विवि और इनसे संबद्ध कालेजों में प्रदेश के ढ़ाई लाख छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा ग्रहण करते हैं।
ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय ने टॉप 100 विश्वविद्यालयों की सूची में लगातार चौथी बार स्थान प्राप्त किया है। इस बार ग्राफिक एरा विवि को 55वीं रैंक मिली है। केंद्र सरकार की इस घोषणा के बाद सोमवार शाम विश्वविद्यालय में शिक्षकों और छात्र-छात्राओं ने नाच गाकर इस उपलब्धि की खुशी मनाई।
एनआइआरएफ रैंकिंग 2023 में ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय ने इंजीनियरिंग की शिक्षा के क्षेत्र में देश भर में 62वीं रैंक हासिल की है। मैनेजमेंट की शिक्षा के क्षेत्र ग्राफिक एरा को 65वें स्थान पर है। ओवरआल कैटैगिरी में ग्राफिक एरा ने 89वीं रैंक मिली है। नैक से ए प्लस ग्रेड पाने के साथ ही ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय ने एक साल के भीतर कई नई खोज करके दुनिया को शानदार उपहारों से नवाजा है।
ग्राफिक एरा ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डा. कमल घनशाला पर शिक्षकों और छात्र-छात्राओं ने फूल बरसाकर खुशी मनाई। चेयरमैन डा. कमल घनशाला ने कहा कि लगातार चौथी बार देश के टॉप सौ विश्वविद्यालयों की सूची में शामिल होना ग्राफिक एरा के हर शिक्षक, छात्र-छात्रा, एलुमिनाई और अभिभावक के लिए गर्व का विषय है। दुनिया की नई तकनीकों को कोर्स से जोड़ना, अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं और विश्व स्तरीय फैकल्टी ग्राफिक एरा की सबसे बड़ी विशेषताएं हैं।