देहरादून। चारधाम यात्रा में केदारनाथ हेली सेवा के लिए इस बार भी नौ एविएशन कंपनियों के साथ अनुबंध किया जाएगा। इसके लिए एविएशन कंपनियों से दो मार्च तक निविदाएं मांगी गई है। हेली सेवा संचालन के लिए कंपनियों का चयन और किराया तय होने के बाद अप्रैल से ऑनलाइन बुकिंग शुरू होने की संभावना है।
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) की ओर से केदारनाथ हेली सेवा के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है। इस बार भी नौ कंपनियों के साथ ही हेली सेवा के लिए तीन साल का अनुबंध किया जाएगा।
जिसमें किराये की दरें, हेली सेवा में अनुभव व अन्य तकनीकी मानकों के बाद ही कंपनी का चयन किया जाएगा। यूकाडा का प्रयास है कि मार्च में अनुबंध की प्रक्रिया पूरी कर अप्रैल माह से हेली सेवा की ऑनलाइन बुकिंग शुरू की जा सकती है। इस बार हेली सेवाओं के किराये में 15 से 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी संभावित है। बीते तीन सालों से हेली सेवा का किराया नहीं बढ़ा था।
गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा में हेली सेवा के लिए यात्रियों की भीड़ को देखते हुए इस बार सरकार का प्रयास सहस्रधारा से भी हेली सेवा शुरू करने की है। इसके लिए यूकाडा ने कंपनियों से आवेदन मांगे हैं। अभी तक सहस्रधारा से चार्टर्ड हेलिकाप्टर की सुविधा है। जिसमें हेलिकॉप्टर का किराया तीन लाख से अधिक होता है। लेकिन कम किराये में सहस्रधारा से हेली सेवा का संचालन करना कंपनियों के लिए संभव नहीं होगा।
2020 से सिरसी, फाटा, गुप्त काशी से नौ एविएशन कंपनियां हेली सेवा का संचालन कर रही हैं। जिसमें गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए एरो एयर क्राफ्ट और आर्यन एविएशन, फाटा से केदारनाथ के लिए पवन हंस, चिपसन एविएशन, थंबी एविएशन और पिनाक्ल एयर तथा सिरसी से केदारनाथ के लिए एरो एयर क्राफ्ट, हिमालयन हेली और केट्रल एविएशन के माध्यम से हेली सेवा का संचालन किया गया था।
चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ हेली सेवा के लिए तीर्थयात्रियों को खासी परेशानी झेलनी पड़ती है। ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग के बाद यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ता है। यात्रियों की शिकायत रहती है कि तय किराये से अधिक दरों पर टिकट बेचे जाते हैं। इसे देखते हुए इस बार हेली सेवा की टिकटों की बुकिंग की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी को दी जा रही है।