देहरादून। हिंदू युवक से मुस्लिम युवती की शादी को लेकर एसडीएम कोर्ट परिसर में हंगामा हो गया। युवती के स्वजन ने युवक पर उसका अपहरण कर जबरन शादी करने का आरोप लगाया। इसको लेकर हिंदू व मुस्लिम संगठनों के सदस्य आमने-सामने आ गए और उनके बीच जमकर हाथापाई हुई। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराया। दूसरी तरफ, युवती के स्वजन की आपत्ति पर कोर्ट ने 30 दिसंबर को दोबारा सुनवाई का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच युवक और युवती को उनके घर छोड़ा। कोर्ट के आदेश पर पुलिस की ओर से युवक-युवती को 30 दिसंबर तक सुरक्षा भी प्रदान की गई है।
सीओ सिटी बीएल शाह ने बताया कि चंद्रबनी निवासी युवक और माजरा की रहने वाली युवती ने कुछ दिन पहले मंदिर में शादी की। इस शादी को विधिक मान्यता देने के लिए उन्होंने एसडीएम कोर्ट में आवेदन किया था। शुक्रवार को दोनों को कोर्ट में बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया। यह पता चलने पर युवती के स्वजन भी कोर्ट पहुंच गए।
उन्होंने युवक पर बेटी का अपहरण और जबरदस्ती करने का आरोप लगाते हुए शादी पर आपत्ति जताई। हालांकि, युवती ने कोर्ट को बताया कि वह बालिग है और अपनी मर्जी से युवक से शादी कर रही है। इसके बाद कोर्ट ने मामले में अगली सुनवाई के लिए 30 दिसंबर की तिथि तय कर दी।
इस बीच युवक के समर्थन में हिंदू संगठनों के सदस्य कोर्ट परिसर में जुट गए। कुछ देर में मुस्लिम संगठनों से जुड़े सदस्यों का भी जमावड़ा लग गया। माहौल तनावपूर्ण होता देख युवक-युवती को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट से बाहर लाया गया। इस दौरान बार एसोसिएशन के सचिव अनिल शर्मा व अन्य अधिवक्ता भी मौजूद रहे।
यहां से सीओ सिटी अपने वाहन से दोनों को पटेलनगर कोतवाली लेकर पहुंचे। पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने दोनों को उनके घर तक पहुंचाया। पटेलनगर कोतवाली के इंस्पेक्टर सूर्यभूषण नेगी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर युवक और युवती को सुरक्षा मुहैया करवाई गई है। युवक-युवती को लेकर पुलिस के कोर्ट से रवाना होने के कुछ पल बाद ही हिंदू और मुस्लिम संगठनों के सदस्य आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों से नारेबाजी और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। देखते ही देखते दोनों पक्षों में लात-घूसे चलने लगे।
यह देखकर कोर्ट परिसर में मौजूद शहर कोतवाली व डालनवाला कोतवाली पुलिस ने मोर्चा संभाला और दोनों पक्षों को अलग किया। इसके कुछ देर बाद कोर्ट परिसर के बाहर सड़क पर दोनों समुदाय फिर आमने-सामने आ गए। पुलिस ने फिर हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया। इसके बाद दोनों पक्ष लौट गए।
इस तरह शाम को करीब साढ़े चार बजे शुरू हुआ हंगामा साढ़े छह बजे समाप्त हुआ। इस घटनाक्रम के चलते करीब दो घंटे तक कोर्ट और उसके बाहर हालात तनावपूर्ण बने रहे। हिंदू संगठनों से विकास वर्मा, रोहित मौर्या, मुकेश आनंद, अभिषेक, विनीत गोयल, मनोज ठाकुर, संदीप सिंह आदि मौजूद रहे।
पटेलनगर कोतवाली में तैनात एसएसआइ मोहन सिंह ने बताया कि पूर्व में युवती के स्वजन ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। तब पुलिस ने युवती को युवक के घर से बरामद किया था। स्वजन को बुलाकर दोनों पक्षों की काउंसिलिंग करवाई गई थी। युवती ने खुद को बालिग बताते हुए युवक से शादी करने की इच्छा जताई थी। इस मामले में कोर्ट ने पटेलनगर कोतवाली पुलिस को एक सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा है।