मुख्यमंत्री के अनुरोध पर विदेश मंत्रालय की कार्यालय खोलने की सहमति प्राप्त हो गई है। विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी के कई मामले सामने आते हैं। कार्यालय खुलने से ऐसे मामलों पर अंकुश लग सकेगा। इससे काफी सुविधा हो जाएगी।
– रिद्दीम अग्रवाल, अपर सचिव, (गृह)
देहरादून। उत्तराखंड से उच्च शिक्षा व रोजगार के लिए विदेश जाने के इच्छुक नागरिकों की मदद के लिए विदेश मंत्रालय राजधानी देहरादून में दफ्तर खोलेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विदेश मंत्रालय से अप्रवासियों की सुरक्षा, सहयोग व मार्गदर्शन के लिए अन्य शहरों की तरह देहरादून में भी (प्रोटेक्टर ऑफ इमाइग्रेंट्स) कार्यालय खोलने का अनुरोध किया था।
उनके अनुरोध पर मंत्रालय ने अपनी सहमति दे दी है। प्रदेश सरकार के गृह विभाग के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। शासन से देहरादून के जिलाधिकारी को इस संबंध में एक पत्र लिखकर कार्यालय के शीघ्र भूमि या कोई भवन तलाशने को कहा गया है। जितनी जल्द भवन की व्यवस्था होगी, कार्यालय के उतनी ही जल्दी खुल जाने की संभावना है।
विदेश मंत्रालय के ये दफ्तर देश के 10 प्रमुख शहरों में संचालित हो रहे हैं। उत्तराखंड के लोगों को विदेश यात्रा के संबंध में मार्गदर्शन, सूचना और अन्य जानकारियां जुटाने के लिए चंडीगढ़, रायबरेली या दिल्ली के चक्कर काटने पड़ रहे हैं लेकिन अब इससे उन्हें छुटकारा मिलेगा।
दफ्तर खुलने से ये होगा फायदा
– विदेश में यात्रा, नौकरी या पढ़ाई के लिए मार्गदर्शन प्राप्त करना सहज होगा।
– ठगे जाने की संभावनाएं कम होंगी, कार्यालय की मदद से प्रायोजकों की विश्वसनीयता की पुष्टि हो सकेगी।
– विदेश जाने के इच्छुक राज्य के लोगों को दूसरे शहरों के चक्कर नहीं काटने होंगे।