अल्मोड़ा। प्लास्टिक/ ठोस अपशिष्ट प्रबंधन रूल 2016 के उपबंधों के क्रियान्वयन हेतु तथा शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में आज विकास भवन सभागार में तरल एवं ठोस अपशिष्ट के बेहतर प्रबंधन हेतु एक जनपद स्तरीय गोष्ठी का आयोजन स्वच्छ भारत मिशन एवं शहरी विकास विभाग के तत्वाधान में अध्यक्ष नगरपालिका अल्मोड़ा प्रकाश चंद्र जोशी की अध्यक्षता में किया गया।
इस गोष्ठी में जनपद के सभी स्थानीय निकायों के अधिकारी, जिला पंचायत, राजस्व विभाग समेत अन्य संबंधित विभागों द्वारा प्रतिभाग किया गया। यहां मास्टर ट्रेनरों द्वारा समय समय पर माननीय न्यायालयों, राष्ट्रीय हरित न्याय द्वारा दिए गए आदेशों, प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट अधिनियम के प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक के खतरों के बारे में तथा इसके विकल्प के तौर पर प्रयोग की जा सकने वाले सामग्री समेत अन्य ठोस अपशिष्ट से संबंधित अन्य प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
इस दौरान उपस्थित अधिकारियों ने ठोस अपशिष्ट के निस्तारण संबंधी अपने अपने सुझाव एवं अनुभव भी साझा किए। इस दौरान अध्यक्ष नगरपालिका प्रकाश चंद्र जोशी ने कहा कि सोर्स सेग्रीगेशन एवं शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों में कूड़े को अलग अलग करने के प्रति जागरूक करने पर बल दिया जाना चाहिए। प्रभागीय वनाधिकारी महातिम यादव ने प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के बारे में बताया तथा कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को स्वयं इसके विकल्प का उपयोग करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज सुविधा के लिए प्लास्टिक का प्रयोग करने से हम आने वाले कल को मुस्किल में डाल रहे हैं, इसलिए हमे कल की परवाह करते हुए आज ही सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करते हुए इसके विकल्पों का प्रयोग करना चाहिए। अधिशाषी अधिकारी अल्मोड़ा/मास्टर ट्रेनर भरत त्रिपाठी ने गोष्ठी में अल्मोड़ा में की गई कार्यवाहियों की जानकारी दी तथा सभी उपस्थित अधिकारियों को गोष्ठी के उद्देश्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आरसी पंत, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत राजेंद्र सिंह समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।