
विपक्षी INDI गठबंधन की एकजुटता पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने राहुल गांधी के करीबी सहयोगी प्रवीण चक्रवर्ती के हालिया बयान के बाद विपक्षी गठबंधन पर तीखा हमला बोलते हुए इसे “टुकड़े-टुकड़े” गठबंधन करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि INDI गठबंधन में न तो कोई साझा मिशन है और न ही कोई स्पष्ट विजन।
दरअसल, ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस (AIPC) से जुड़े प्रवीण चक्रवर्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश के ऋण की तुलना से जुड़े आंकड़े साझा किए थे। इस पोस्ट को भाजपा ने अप्रत्यक्ष रूप से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मॉडल का समर्थन और तमिलनाडु के स्टालिन मॉडल की आलोचना बताया। इसी को लेकर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस और उसके गठबंधन सहयोगियों पर निशाना साधा।
ANI से बातचीत में पूनावाला ने कहा कि राहुल गांधी के करीबी सहयोगी द्वारा योगी मॉडल का समर्थन इस बात का प्रमाण है कि INDI गठबंधन के भीतर गहरी असहमति और भ्रम की स्थिति है। उन्होंने कहा कि दिल्ली, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, पंजाब, बिहार, महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में यह गठबंधन केवल नाम मात्र का रह गया है।
पूनावाला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस खुद को हर जगह “बड़ा भाई” मानती है, लेकिन अब न तो उसके सहयोगी और न ही जनता राहुल गांधी को गंभीरता से ले रही है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह गठबंधन अब “तीन तलाक की ओर” बढ़ रहा है, यानी इसके टूटने की प्रक्रिया तेज हो चुकी है।
भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि हर दिन INDI गठबंधन के भीतर नए विवाद सामने आ रहे हैं। कभी केरल में टकराव, तो कभी तमिलनाडु में कांग्रेस और DMK के बीच तनाव, यह दर्शाता है कि विपक्ष एकजुट नहीं है। उन्होंने दावा किया कि प्रवीण चक्रवर्ती का बयान राहुल गांधी की सोच को ही प्रतिबिंबित करता है।
इस राजनीतिक घटनाक्रम से साफ है कि 2026 और आगामी चुनावों से पहले विपक्षी गठबंधन के भीतर मतभेद और सार्वजनिक बयानबाजी उसकी एकजुटता को कमजोर कर सकती है, जबकि भाजपा इसे विपक्ष की विफलता के रूप में पेश कर रही है।






