
अल्मोड़ा। जिले के ग्रामीण इलाकों में लंबे समय से अंधेरे में डूबी गलियों और सड़कों को अब रोशनी मिलने जा रही है। जिला योजना के तहत उत्तराखंड नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (उरेडा) की ओर से 11 विकासखंडों में 170 सोलर स्ट्रीट लाइट स्थापित की जाएंगी। इस योजना पर कुल 20 लाख रुपये की धनराशि खर्च की जाएगी, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों की अंधेरी गलियां जगमगाने लगेंगी।
अल्मोड़ा जिले के अधिकांश गांवों में आज भी सड़कों और गलियों में स्ट्रीट लाइट की समुचित व्यवस्था नहीं है। शाम ढलते ही गांवों में अंधेरा छा जाता है, जिससे आमजन को आवाजाही में परेशानी होती है। विशेषकर बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के लिए रात के समय बाहर निकलना जोखिम भरा हो जाता है।
इन दिनों अंधेरे का लाभ उठाकर तेंदुए और अन्य वन्यजीव आबादी क्षेत्रों की ओर पहुंच रहे हैं। कई गांवों में तेंदुओं द्वारा मवेशियों पर हमले की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। अंधेरी गलियां और रास्ते इन वन्यजीवों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन जाते हैं।
उरेडा की इस पहल से सोलर स्ट्रीट लाइट की दुधिया रोशनी न केवल गांवों की गलियों को रोशन करेगी, बल्कि तेंदुओं और अन्य वन्यजीवों को आबादी क्षेत्रों में प्रवेश करने से रोकने में भी सहायक सिद्ध होगी। रोशनी बढ़ने से गांवों में रात के समय गतिविधियां सुरक्षित होंगी और लोगों में आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
ग्रामीणों को उम्मीद है कि इस योजना के लागू होने से उनके गांवों में सुरक्षा, सुविधा और जीवन स्तर में सकारात्मक बदलाव आएगा। सोलर ऊर्जा आधारित यह व्यवस्था पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ लंबे समय तक टिकाऊ समाधान भी साबित होगी।






