
हल्द्वानी। शहर में सोमवार देर रात और मंगलवार सुबह हुई सड़क दुर्घटनाओं ने माहौल को गमगीन कर दिया। तेज रफ्तार, लापरवाही और अनियंत्रित वाहनों ने तीन युवकों की जिंदगी छीन ली, जबकि कई घायल अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं। नैनीताल रोड पर एमबीपीजी कॉलेज के पास रात करीब पौने दस बजे एक केटीएम बाइक अनियंत्रित होकर पहले आगे चल रही स्कूटी से और फिर एक ठेले से जा भिड़ी। इस भीषण टक्कर में बाइक सवार दो दोस्त मयंक बिष्ट और गौरव गंभीर रूप से घायल हो गए।
फूलचौड़ निवासी दसवीं कक्षा में पढ़ने वाला मयंक बिष्ट, जो ललित बिष्ट का पुत्र था, अपने मित्र के साथ काठगोदाम से लौट रहा था। लेकिन कॉलेज से पहले हुई यह दुर्घटना उसकी जिंदगी का अंत बन गई। उसे तुरंत सुशीला तिवारी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे की भयावहता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मयंक के सिर, सीने और पेट में गंभीर चोटें थीं और उसके सिर के अंदर का हिस्सा भी बाहर दिखाई दे रहा था। जैसे ही खबर परिवार तक पहुंची, अस्पताल में चीख–पुकार मच गई और भारी भीड़ जमा हो गई। गौरव को नैनीताल रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसके पैर में चोट का उपचार किया जा रहा है। पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं।
इसी रात एक अन्य हादसा हल्दूचौड़ क्षेत्र में हुआ, जिसमें सब्जी लेने निकले 25 वर्षीय सुनील कुमार पंडा की जान चली गई। वह रविवार शाम अपने दोपहिया वाहन से घर से निकला था, लेकिन हिम्मतपुर चौमवाल बेरीपड़ाव पहुंचते-पहुंचते उसका वाहन फिसल गया और वह सड़क किनारे बनी नहर में गिर पड़ा। राहगीरों ने उसे नहर के पास अचेत अवस्था में देखा और तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं सके। पुलिस के अनुसार वाहन रपटने से यह हादसा हुआ।
तीसरा हादसा मंगलवार सुबह चार बजे ऊंचापुल के पास हुआ, जहां एक बुलेट मोटरसाइकिल ई-रिक्शा से जा टकराई। इस हादसे में द्वाराहाट, अल्मोड़ा निवासी 35 वर्षीय चंद्रभानु त्रिपाठी की मौत हो गई, जबकि उनके साथ बैठे कैलाश पांडे और भुवन पांडे घायल हो गए। चंद्रभानु दिल्ली मेट्रो में नौकरी करते थे और चार दिसंबर को परिवार में होने वाली शादी में शामिल होने के लिए कुछ दिन पहले ही दिल्ली से द्वाराहाट पहुंचे थे। वहां से वह अपने दोस्तों के साथ हल्द्वानी आए थे और सुबह रोडवेज स्टेशन जा रहे थे कि दुर्घटना हो गई। ई-रिक्शा चालक पंकज भी इस टक्कर में घायल हुआ और राहगीरों की मदद से सभी को एंबुलेंस के जरिए सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचाया गया। इलाज के दौरान चंद्रभानु ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि तीनों युवक बुलेट पर सवार थे, जिनमें चंद्रभानु बीच में बैठे थे। मामले की जांच जारी है।
हल्द्वानी में एक ही दिन हुई इन तीन दर्दनाक घटनाओं ने क्षेत्र में चिंता बढ़ा दी है। लगातार बढ़ते सड़क हादसे न केवल तेज रफ्तार और लापरवाही की ओर इशारा करते हैं, बल्कि यह भी बताते हैं कि सुरक्षा मानकों का पालन कितना जरूरी हो गया है। परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है, जबकि पुलिस हादसों के कारणों की विस्तृत जांच में जुटी है।




