
देहरादून। दिसंबर की शुरुआत के साथ ही देहरादून में ठंड लगातार अपना असर दिखाने लगी है। शहर का न्यूनतम तापमान रविवार रात 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो ठिठुरन बढ़ाने वाला स्तर है। हालात को देखते हुए नगर निगम ने ठंड से प्रभावित गरीब और आम लोगों को राहत देने के लिए अग्रिम तैयारी शुरू कर दी है। नगर आयुक्त के निर्देश पर शहर में 19 स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था कर दी गई है। निगम अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल स्थिति को देखते हुए शुरुआती तौर पर यही प्वाइंट तय किए गए हैं, लेकिन जैसे-जैसे ठंड और बढ़ेगी, आवश्यकता के अनुसार अलाव की संख्या भी चरणबद्ध तरीके से बढ़ाई जाएगी।
नगर निगम क्षेत्र में रैन बसेरों को भी पूरी तरह दुरुस्त कर दिया गया है ताकि रात में खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर लोगों को सुरक्षित और गर्म स्थान मिल सके। देहरादून में कुल चार रैन बसेरे सक्रिय हैं, जिनमें से तीन नगर निगम द्वारा संचालित हैं और एक एनजीओ की ओर से। लालपुल के पास स्थित निगम का रैन बसेरा 52 बेड क्षमता वाला है, जबकि ट्रांसपोर्ट नगर में 20 बेड और चूना भट्टा में 15 बेड की व्यवस्था है। इसके अलावा घंटाघर क्षेत्र में एक एनजीओ द्वारा संचालित रैन बसेरा 100 बेड की क्षमता के साथ सबसे बड़ा है। नगर आयुक्त ने सभी रैन बसेरों में गद्दे, कंबल, गर्म हीटर और पर्याप्त साफ-सफाई सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए हैं। साथ ही हर अलाव प्वाइंट पर जरूरत के मुताबिक एक से दो कुंतल लकड़ी की आपूर्ति की जा रही है ताकि पूरी रात आग जलती रहे और लोगों को राहत मिले।
नगर निगम ने शहर के भीड़भाड़ और संवेदनशील स्थानों पर अलाव जलाने की प्राथमिक व्यवस्था की है, जिसमें आईएसबीटी, निरंजनपुर मंडी, रेलवे स्टेशन, दून अस्पताल चौक, घंटाघर, कनक चौक, सर्वे चौक, दिलाराम चौक, मसूरी डायवर्जन, साईं मंदिर क्षेत्र, राजपुर बस स्टैंड, शनि मंदिर, किशन नगर चौक, बल्लूपुर चौक, बल्लीवाला चौक सहित ट्रांसपोर्ट नगर, लालपुल और चूना भट्टा के रैन बसेरे भी शामिल हैं। पिछले वर्ष ठंड के चरम पर शहर में 80 से अधिक स्थानों पर अलाव जलाए गए थे और इस वर्ष भी हालात के अनुसार संख्या बढ़ाई जाएगी। बढ़ती ठंड और उससे प्रभावित गरीब परिवारों को राहत देने की इस पहल से आम नागरिकों को काफी मदद मिलने की उम्मीद है, खासकर उन लोगों को जो देर रात सड़कों पर ड्यूटी करते हैं या जिनके पास गर्म कपड़ों और रहने की समुचित सुविधा नहीं है।




