
बिजनौर। बिजनौर जनपद से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां प्रेम प्रसंग में उलझे एक युवक और नाबालिग किशोरी ने पेड़ से लटककर सामूहिक आत्महत्या कर ली। घटना दारानगर गंज क्षेत्र की है, जहां 19 वर्षीय युवक निखिल और पड़ोस में रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी के शव शनिवार शाम गांव लक्खीवाला के पास आम के बाग में पेड़ से लटके मिले। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो दोनों के गले में रस्सी के निशान थे और पास में टूटी हुई रस्सी पड़ी थी। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि दोनों ने एक ही रस्सी से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।
जानकारी के अनुसार, निखिल और किशोरी के बीच पिछले काफी समय से प्रेम संबंध थे। दोनों के घर आमने-सामने थे और अक्सर मिलने-जुलने के कारण उनका रिश्ता गहराता गया। लेकिन लड़की की उम्र कम होने और सामाजिक तथा पारिवारिक बंदिशों के कारण उनकी शादी संभव नहीं थी। परिजनों के विरोध और सामाजिक दबाव से हताश होकर दोनों ने जिंदगी खत्म करने का फैसला किया। 27 अक्तूबर को दोनों अचानक घर से गायब हो गए थे। परिजनों ने अगले दिन थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी और तब से पुलिस उनकी तलाश में जुटी थी।
शनिवार शाम ग्रामीणों ने आम के बाग में दो शव पड़े देखे और तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो पाया कि दोनों के शरीर पर मृत्यु के कई दिन बीत चुके हैं। अनुमान लगाया गया कि दोनों ने कई दिन पहले आत्महत्या की थी और शव पेड़ से नीचे गिर गए थे। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और बताया कि दोनों शवों की स्थिति देखकर प्रतीत होता है कि यह आत्महत्या का मामला है, हालांकि पुलिस हत्या की आशंका को भी खारिज नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि लड़की के शव का कुछ हिस्सा किसी जंगली जानवर ने खा लिया है, जिससे शव बुरी तरह विकृत हो गया है। फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी।
रविवार को परिजनों ने शवों की पहचान निखिल (19) और 15 वर्षीय किशोरी के रूप में की। घटना के बाद गांव में मातम छा गया और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस की मौजूदगी में दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया गया और दिन में अंतिम संस्कार किया गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों का प्रेम प्रसंग गांव में चर्चा का विषय था, लेकिन दोनों के परिवारों के बीच मतभेद के कारण रिश्ते को स्वीकृति नहीं मिल सकी। सामाजिक ताने-बाने में ऐसे संबंधों को लेकर अब भी कई तरह की बंदिशें और भय व्याप्त हैं। यही वजह रही कि दोनों ने परिवार और समाज के डर से इतना बड़ा कदम उठा लिया।
यह दुखद घटना एक बार फिर इस बात की ओर इशारा करती है कि किशोरावस्था में प्रेम संबंधों को लेकर संवाद और समझ का अभाव अक्सर जानलेवा साबित होता है। परिवारों और समाज को ऐसी परिस्थितियों में बच्चों से संवाद बनाकर उनकी भावनाओं को समझने की जरूरत है, ताकि मासूम उम्र के ऐसे कदम रोके जा सकें। फिलहाल पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही अंतिम निष्कर्ष पर पहुँचा जाएगा।






