
मिर्जापुर (जिगना)। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में अंधविश्वास का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां कुशहा के तिवारीपुर मजरे में एक परिवार ने ‘प्रेत बाधा’ से परेशान होकर अपने ही घर के अंदर मजार बना डाली। जब घर से इत्र की खुशबू फैलने लगी, तो आसपास के लोगों को शक हुआ और उन्होंने अंदर जाकर देखा तो कमरा मजार में तब्दील मिला। यह दृश्य देखकर ग्रामीणों में गुस्सा फैल गया और उन्होंने मजार को तोड़कर मिट्टी में मिला दिया।
बहू की झाड़-फूंक के नाम पर बनी मजार
पुलिस के अनुसार, तिवारीपुर निवासी राम नारायण सिंह और रवि सिंह ने अपनी बहू की झाड़-फूंक के लिए अंधविश्वास में आकर घर के एक कमरे में मजार बनवाई थी। दोनों का कहना था कि उनके परिवार पर प्रेतों का साया है और इससे मुक्ति पाने के लिए यह उपाय किया गया। लेकिन जैसे ही गांववालों को इसकी भनक लगी, वे नारेबाजी करते हुए घर के बाहर इकट्ठा हो गए।
ग्रामीणों ने मजार उखाड़ फेंकी
सूचना पर थानाध्यक्ष जिगना और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन तब तक ग्रामीणों ने घर में घुसकर मजार को उखाड़ दिया और मलबा कमरे से बाहर फेंक दिया। घटना के बाद पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया और गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
भाजपा नेता ने बताई साजिश
स्थानीय भाजपा नेता डॉ. मुन्ना सिंह ने इस घटना को साजिश बताया। उन्होंने कहा कि यह धार्मिक भावनाओं को भड़काने की कोशिश है। वहीं, एसडीएम सदर गुलाब चंद ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही नायब तहसीलदार को जांच के लिए भेजा गया है।
पुलिस ने कहा—अंधविश्वास का मामला
सीओ लालगंज अशोक सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि परिवार ने पूरी तरह अंधविश्वास में आकर मजार का निर्माण कराया था। ग्रामीणों के विरोध के बाद परिवार ने खुद ही मजार को हटा दिया है। पुलिस ने गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए चौकसी बढ़ा दी है।





