
देहरादून। इस वर्ष अक्टूबर माह में लगातार हुई बारिश ने जहां तापमान में गिरावट लाई, वहीं दून की आबोहवा को भी स्वच्छ कर दिया। एक्यूआई के ताजा आंकड़े बताते हैं कि बारिश ने वायुमंडल से प्रदूषण के कणों को धोकर हवा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार किया है। 2023 में देहरादून का एक्यूआई 89 था, 2024 में यह घटकर 54 हुआ और 2025 में अब तक यह केवल 49 दर्ज किया गया है।
वायुमंडलीय सूक्ष्म कणों (PM 2.5 और PM 10) के स्तर में भी कमी आई है। इस वर्ष 12 अक्टूबर को पीएम 2.5 का स्तर 29.24 और पीएम 10 का स्तर 33.51 रहा, जबकि 2024 में यही आंकड़े क्रमशः 28.57 और 53.72 थे। मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल के अनुसार, बारिश प्राकृतिक एयर प्यूरीफायर की तरह काम करती है। अधिक वर्षा के कारण हवा में तैरते धूल और प्रदूषण के कण जमीन पर बैठ जाते हैं, जिससे हवा की गुणवत्ता बेहतर हो जाती है।
पिछले वर्ष दीपावली के बाद दून की हवा बेहद खराब स्थिति में पहुंच गई थी। 31 अक्टूबर 2024 को एक्यूआई 333 तक दर्ज किया गया था। वहीं इस वर्ष दीपावली से पहले ही शहर की हवा साफ-सुथरी है। आंकड़ों के अनुसार, 2024 में दीपावली से एक सप्ताह पहले एक्यूआई 175 था, जबकि इस बार यह ‘गुड’ श्रेणी में बना हुआ है।
वर्षा के आंकड़ों पर नजर डालें तो देहरादून में सामान्य से 56 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। वहीं बागेश्वर में 314 प्रतिशत और चमोली में 279 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। इस साल की बारिश भले ही कई इलाकों में नुकसान लेकर आई हो, लेकिन उसने दून और राज्य की वायु गुणवत्ता में अद्भुत सुधार किया है। दीपावली से पहले स्वच्छ हवा और नीला आसमान लोगों को राहत का एहसास करा रहा है।




