
अंबेडकरनगर | उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें पुलिस की खाकी वर्दी पहनकर एक दारोगा और दो सिपाही शराब ठेके पर शराब पीते हुए वायरल हो गए। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के बाद पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिजीत आर. शंकर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। सोमवार को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो में देखा गया कि दारोगा वीरेंद्र बहादुर और दो हेड कांस्टेबल पवन तथा विक्रम खाकी वर्दी में शराब पी रहे हैं। वीडियो में एक सिपाही शराब की बोतल पकड़े हैं, जबकि दूसरा पानी की बोतल थामे दिखाई दे रहा है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिससे आम जनता में भी चर्चा का विषय बन गया।
वायरल वीडियो और प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस घटना के प्रकाश में आते ही अंबेडकरनगर के पुलिस अधीक्षक ने तत्काल संज्ञान लिया और तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। एसपी अभिजीत आर शंकर ने कहा, “पुलिस बल में अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण है। यह वीडियो सार्वजनिक होने के बाद विभागीय नियमों के तहत तीनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। विभागीय जांच पूरी होने तक वे निलंबित रहेंगे।”
पुलिस विभाग ने बताया कि वीडियो की सच्चाई का पता लगाने के लिए पुलिस लाइन और संबंधित थाने में भी छानबीन की जा रही है। वायरल वीडियो की पुष्टि करने के लिए विभिन्न स्रोतों से जांच की जा रही है। पुलिस प्रशासन ने यह भी साफ किया कि वीडियो में दिख रहे कार्य पूरी तरह से अनुशासनहीनता के अंतर्गत आते हैं और किसी भी हालत में इसे सहन नहीं किया जाएगा।
अनुशासन और खाकी की गरिमा पर सवाल
पुलिस सूत्रों के अनुसार, वायरल वीडियो के चलते जिले में पुलिस की छवि प्रभावित हुई है। खाकी वर्दी में शराब पीने की यह घटना न केवल अनुशासनहीनता की मिसाल है, बल्कि आम जनता के बीच पुलिस के प्रति भरोसे को भी प्रभावित करती है। अधिकारी यह स्पष्ट कर रहे हैं कि ऐसी हरकतें कानून और नियमों के खिलाफ हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि पुलिसकर्मी का व्यवहार समाज में कानून और अनुशासन का प्रतीक होता है। किसी भी स्थिति में वर्दी पहनकर अनुचित गतिविधि करना न केवल व्यक्तिगत जिम्मेदारी का उल्लंघन है, बल्कि पूरे विभाग की प्रतिष्ठा को भी प्रभावित करता है। इसलिए विभागीय जांच का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि दोषियों को उचित दंड मिले और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।
वायरल वीडियो के बाद जिले में आम जनता और सोशल मीडिया यूजर्स भी इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लोग पुलिस विभाग से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और यह उम्मीद जताई जा रही है कि जांच निष्पक्ष रूप से पूरी होगी।