
देहरादून | उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार ने राज्य को नई ऊर्जा और मजबूती दी है। लंबे समय से अटकी परियोजनाओं को गति मिली है और हिमालयी राज्यों के लिए एक नया विकास मॉडल तैयार हुआ है।
मोदी का उत्तराखंड प्रेम
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव रहा है। 2013 में केदारनाथ आपदा के समय, जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब भी उन्होंने केदारनाथ के पुनर्निर्माण में मदद की पेशकश की थी। आज वे स्वयं आदि कैलाश तक पहुंचने वाले पहले प्रधानमंत्री बने।
बुनियादी ढांचे में क्रांतिकारी बदलाव
धामी ने बताया कि केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य में चारधाम ऑल वेदर रोड, केदारनाथ पुनर्निर्माण, बदरीनाथ धाम मास्टर प्लान और मानसखंड मंदिर माला मिशन जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं चल रही हैं।
- दिल्ली–देहरादून एक्सप्रेसवे बनकर तैयार है, जिससे दिल्ली से दून का सफर मात्र ढाई घंटे का हो जाएगा।
- ऋषिकेश–कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है और इसके 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है।
- टनकपुर–बागेश्वर व डोईवाला–गंगोत्री/यमुनोत्री रेललाइन का सर्वे भी स्वीकृत हो चुका है।
- राज्य में करीब 4700 किमी लंबी ग्रामीण सड़कों का निर्माण हो चुका है, जिससे 199 गांव जुड़े हैं।
जल और ऊर्जा परियोजनाएं
डबल इंजन की ताकत से दशकों से अटकी सौंग पेयजल परियोजना, लखवाड़ व्यासी जल विद्युत परियोजना और जमरानी बांध का कार्य आगे बढ़ा है। वहीं, तीर्थाटन को बढ़ावा देने के लिए केदारनाथ और हेमकुंड साहिब रोपवे का निर्माण शुरू होने जा रहा है।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र को भी मजबूती दी जा रही है। ऊधमसिंह नगर के किच्छा में एम्स का सैटेलाइट सेंटर विकसित हो रहा है। एम्स ऋषिकेश से देश की पहली हेली एंबुलेंस सेवा शुरू की गई है।
वित्तीय सहयोग में बड़ी वृद्धि
धामी ने बताया कि 2004 से 2014 तक यूपीए सरकार के दौरान राज्य को लगभग 53 हजार करोड़ रुपये की सहायता मिली थी, जबकि मोदी सरकार के दस साल में यह राशि बढ़कर 1 लाख 86 हजार करोड़ रुपये हो गई। इसमें सड़कों के लिए 31 हजार करोड़, रेल परियोजनाओं के लिए 40 हजार करोड़ और एयरपोर्ट विस्तार के लिए 100 करोड़ रुपये शामिल हैं।
हर संकट में साथ
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2013 की केदारनाथ आपदा हो, 2023 का सिलक्यारा सुरंग हादसा हो या हाल की धराली-थराली व देहरादून की आपदाएं—हर बार प्रधानमंत्री मोदी ने अभिभावक की तरह सहयोग और मार्गदर्शन दिया है।




