
पंजाब के मोगा जिले में बुधवार दोपहर हुए एक सनसनीखेज हत्या कांड ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। गांव महेसरी निवासी 22 वर्षीय धर्मप्रीत की उसके पड़ोसी जसकरण सिंह ने दिनदहाड़े तेजधार हथियार से हमला कर हत्या कर दी। वारदात के बाद गांव में दहशत का माहौल है और लोग अविश्वास में हैं कि इस तरह की घटना दिनदहाड़े सामने आ सकती है।
मोटरसाइकिल से लौटते वक्त घात लगाकर हमला
जानकारी के अनुसार, धर्मप्रीत बुधवार दोपहर करीब 1:30 बजे अपने काम से लौटकर मोटरसाइकिल से घर आ रहा था। जैसे ही वह गांव के पास पहुंचा, पहले से घात लगाए बैठे पड़ोसी जसकरण सिंह ने उसे रोक लिया। आरोप है कि जसकरण ने किसी बहाने से धर्मप्रीत को रोका और अचानक तेजधार हथियार से उस पर हमला बोल दिया। हमले की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि धर्मप्रीत ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
नाजायज संबंधों के शक में हत्या
डीएसपी सिटी गुरप्रीत सिंह ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि आरोपी जसकरण सिंह को संदेह था कि धर्मप्रीत के उसकी पत्नी से नाजायज संबंध हैं। इसी शक ने विवाद का रूप लिया और जसकरण ने धर्मप्रीत की हत्या कर दी। पुलिस का कहना है कि यह पूरा मामला आपसी रंजिश और शक से जुड़ा हुआ प्रतीत होता है।
आरोपी फरार, गांव में सनसनी
हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी जसकरण सिंह मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई और लोग घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए। धर्मप्रीत की मौत से उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है और लोग इस वारदात को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। डीएसपी गुरप्रीत सिंह ने घटनास्थल का दौरा किया और आसपास के लोगों से पूछताछ की। आरोपी जसकरण सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस की टीमें उसे पकड़ने के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
परिवार और गांव में शोक
धर्मप्रीत की अचानक हुई हत्या से उसका परिवार पूरी तरह टूट गया है। घर के बाहर ग्रामीणों की भीड़ जुटी रही और हर कोई इस वारदात पर हैरानी जता रहा था। लोग कह रहे थे कि महज शक के चलते किसी की जान ले लेना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। गांव के बुजुर्गों ने कहा कि यह घटना आने वाली पीढ़ियों के लिए सबक है कि गलतफहमियों को सुलझाने के बजाय हिंसा का रास्ता अपनाना कितना घातक साबित हो सकता है।