
रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप थाना क्षेत्र में शनिवार देर रात भाजपा नेता के बेटे से जुड़ा विवाद अचानक सुर्खियों में आ गया जब चामुंडा मंदिर के पास हुए झगड़े ने थाने तक का रुख कर लिया और पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया। बताया जाता है कि विवाद की जड़ एक महिला को लेकर शुरू हुई और धीरे-धीरे यह मामूली कहासुनी मारपीट तक पहुँच गई। झगड़े के दौरान भाजपा नेता का बेटा और उसका साथी मौके से हड़बड़ी में भाग निकले और अपनी बुलेट मोटरसाइकिल वहीं छोड़ गए, जिसके बाद दूसरा पक्ष सीधे थाने जा पहुँचा और पुलिस को तहरीर सौंपकर कार्रवाई की मांग करने लगा।
इधर खबर मिलते ही भाजपा नेता भी अपने समर्थकों के साथ थाने पहुँच गए। दोनों पक्षों के आमने-सामने आते ही माहौल गरमा गया और थाने में गहमागहमी बढ़ गई। पुलिस ने स्थिति संभालने की कोशिश की और दोनों पक्षों को थाने से बाहर निकाल दिया, लेकिन इसी बात पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पक्षपात और बदसलूकी का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। देखते ही देखते थाने के बाहर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक जुट गए और मामला राजनीतिक रंग लेने लगा।
तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पार्टी के स्थानीय नेता और पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल भी थाने पहुँच गए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से बातचीत की और दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर विवाद सुलझाने की कोशिश की। देर रात तक चली बातचीत के बाद आखिरकार मामला शांत हो गया और दोनों पक्ष थाने से बाहर निकलकर अपने-अपने रास्ते चले गए। हालांकि, कई कार्यकर्ताओं ने अब भी पुलिस के रवैये पर नाराजगी जताई और आरोप लगाया कि पुलिस ने भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं के साथ पक्षपातपूर्ण व्यवहार किया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में रही और किसी भी बड़ी घटना को रोकने के लिए कड़ी सख्ती बरती गई। सीओ प्रशांत कुमार ने स्पष्ट किया कि यह विवाद केवल आपसी झगड़े तक सीमित था, जिसे बातचीत के जरिए समाप्त कर दिया गया।