
देहरादून। उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। पहाड़ के कई गांव जमीन धंसने की चपेट में हैं, जिससे वहां रहने वाले लोग दहशत में आ गए हैं। कई परिवारों ने तो आधी रात को ही अपने घर खाली कर दिए। वहीं गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे समेत कई महत्वपूर्ण सड़कें भी धंसने लगी हैं। प्रदेश भर में इस समय 520 सड़कें बंद हैं, जबकि 29 पुलों को नुकसान पहुंचा है।
गांवों में बढ़ रहा संकट
चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, टिहरी और पौड़ी गढ़वाल जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इन जिलों में कई गांवों की जमीन धंस रही है। मकानों की दीवारों और फर्शों पर चौड़ी दरारें आ गई हैं। कई गांवों में प्रशासन ने खतरे को देखते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। अचानक जमीन खिसकने और पहाड़ों से मलबा गिरने से लोगों की जान पर बन आई है।
हाईवे भी सुरक्षित नहीं
सबसे बड़ी चिंता यह है कि राज्य की जीवनरेखा कहे जाने वाले गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे भी धंसने लगे हैं। इन हाईवे पर कई जगह बड़ी दरारें पड़ गई हैं। यात्रियों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है और सड़क पर फिसलन के चलते दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
सड़कें बंद, यातायात ठप
लोक निर्माण विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में 520 सड़कें बंद हैं। इनमें 5 राष्ट्रीय राजमार्ग, 27 राज्य मार्ग, 17 मुख्य जिला मार्ग, 8 अन्य जिला मार्ग और 164 ग्रामीण सड़कें शामिल हैं।
- पौड़ी जिले में 71
- टिहरी में 43
- चमोली में 53
- रुद्रप्रयाग में 43
- उत्तरकाशी में 65
- देहरादून में 49
- हरिद्वार में 5
- पिथौरागढ़ में 51
- चंपावत में 9
- अल्मोड़ा में 86
- बागेश्वर में 12
- नैनीताल में 32
- ऊधमसिंह नगर में 1 सड़क बंद है।
779 मशीनें लगीं सड़कों को खोलने में
लोक निर्माण विभाग (PWD) और बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) लगातार बंद सड़कों को खोलने में जुटे हैं। विभाग ने बताया कि इस काम के लिए 779 मशीनें लगाई गई हैं। हालांकि, बारिश के कारण स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। सड़कें खुलते ही फिर से मलबा आने या धंसने से बंद हो रही हैं।
पुलों पर भी भारी असर
केवल सड़कें ही नहीं, बल्कि पुल भी बारिश और आपदा की चपेट में हैं। प्रदेश में अब तक 29 पुल आंशिक या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें से केवल उत्तरकाशी जिले में ही 10 पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग का एक पुल और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के 18 पुल प्रभावित हैं।
गड्ढा मुक्त अभियान टला
इस बीच, लोक निर्माण विभाग ने घोषणा की है कि प्रदेश में 15 सितंबर से सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का अभियान शुरू किया जाएगा। विभाग ने 31 अक्तूबर तक सभी सड़कें दुरुस्त करने का लक्ष्य रखा है। प्रमुख अभियंता राजेश शर्मा ने बताया कि कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। हालांकि, लगातार हो रही बारिश से काम प्रभावित हो रहा है।
लोगों में बढ़ती दहशत
लगातार धंसते गांव और सड़कें देखकर ग्रामीणों में भय का माहौल है। कई लोग घर छोड़कर रिश्तेदारों के यहां या सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। मकानों पर पड़ी चौड़ी दरारें और धंसती जमीन इस बात की चेतावनी दे रही हैं कि हालात और बिगड़ सकते हैं।