
रुद्रप्रयाग | उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित विश्वप्रसिद्ध केदारनाथ धाम के ऊपरी हिस्से में गुरुवार दोपहर अचानक बड़ा हिमस्खलन हुआ। यह हिमस्खलन धाम से करीब दो किलोमीटर ऊपर स्थित चौराबाड़ी ग्लेशियर से आया। ग्लेशियर का एक बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे खिसकने लगा, जिससे देखते ही देखते बर्फ का विशाल गुबार पूरे क्षेत्र में फैल गया। इस घटना का वीडियो वहां मौजूद श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद किया, जो अब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
दोपहर दो बजे के आसपास हुई घटना
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने जानकारी दी कि हिमस्खलन की घटना दोपहर करीब 2 बजे हुई। उस समय धाम परिसर में हजारों श्रद्धालु मौजूद थे। हालांकि राहत की बात यह रही कि हिमस्खलन मंदिर और मुख्य यात्रा मार्ग तक नहीं पहुंचा। इस कारण कोई जनहानि या गंभीर नुकसान नहीं हुआ।
श्रद्धालुओं में दहशत, प्रशासन अलर्ट
हिमस्खलन का दृश्य बेहद डरावना था। वीडियो में देखा जा सकता है कि चौराबाड़ी क्षेत्र से अचानक बर्फ का घना गुबार उठता है और बड़ी तेजी से घाटी की ओर खिसकने लगता है। इस नजारे को देखकर कुछ देर के लिए वहां मौजूद श्रद्धालु घबराए और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मंदिर प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने तुरंत श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर रोका और सभी को शांत रहने की अपील की।
आपदा प्रबंधन टीम सतर्क
घटना के तुरंत बाद जिला आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें अलर्ट पर आ गईं। अधिकारी लगातार ऊपरी इलाके की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और ग्लेशियर से जुड़े हालात का जायजा ले रहे हैं। विभाग ने बताया कि अभी तक किसी भी प्रकार की जनहानि की खबर नहीं है।
केदारनाथ धाम का महत्व
ध्यान रहे कि केदारनाथ धाम उत्तराखंड के चार धामों में से एक है और हर साल लाखों श्रद्धालु यहां भगवान शिव के दर्शन करने पहुंचते हैं। यह धाम समुद्रतल से लगभग 11,755 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। धाम से कुछ ही दूरी पर चौराबाड़ी ताल (गांधी सरोवर) है, जिसके ऊपर यह ग्लेशियर स्थित है। 2013 की भीषण आपदा के दौरान भी इसी क्षेत्र में बादल फटने और बर्फ पिघलने से भारी तबाही मची थी।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने हाल ही में उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई थी। विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार बदलते मौसम और ग्लेशियरों में बढ़ती दरारें इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा दे रही हैं। वैज्ञानिकों ने हिमालयी क्षेत्र में भूस्खलन और हिमस्खलन की घटनाओं को लेकर पहले भी चेतावनी दी है।
यात्रियों को सतर्क रहने की अपील
जिला प्रशासन ने धाम आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अपील की है कि वे ऊपरी इलाकों में अनावश्यक रूप से न जाएं और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें। साथ ही मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से समय-समय पर जारी किए जा रहे अलर्ट पर ध्यान दें।