
भोपाल/टीकमगढ़। मध्यप्रदेश पुलिस ने अवैध हथियार कारोबार का एक बड़ा खुलासा किया है। भोपाल क्राइम ब्रांच ने रविवार को टीकमगढ़ जिले के जतारा क्षेत्र में एक कथित कृषि यंत्र बनाने वाली फैक्टरी पर छापा मारकर दर्जनों हथियार और उनके पुर्जे बरामद किए। जांच में सामने आया कि यह फैक्टरी पिछले कई दशकों से अवैध हथियार बनाने का अड्डा बनी हुई थी और इसके तार कुख्यात भोपाल के मछली गिरोह से जुड़े हुए हैं।
ड्रग्स माफिया से खुला राज
यह कार्रवाई भोपाल में एमडी ड्रग्स तस्करी के आरोपी यासीन मछली के गुर्गे सैफुद्दीन और अन्य अपराधियों से पूछताछ के बाद की गई। पूछताछ में सामने आया कि टीकमगढ़ का विश्वकर्मा परिवार लंबे समय से इस गिरोह को हथियार सप्लाई करता रहा है। इसी सुराग के आधार पर पुलिस जतारा के पास पहुंची और कृषि यंत्र फैक्टरी की आड़ में चल रही हथियार फैक्टरी का पर्दाफाश किया।
तीन पीढ़ियों से जुड़ा हथियार कारोबार
फैक्टरी का संचालन सुरेंद्र विश्वकर्मा कर रहा था, जो लूट के एक मामले में सात साल की सजा काट चुका है और जनवरी 2025 में ही जेल से बाहर आया था।
- 40 साल पहले सुरेंद्र के पिता आनंदी विश्वकर्मा ने लेथ मशीन से कृषि उपकरण और ट्रैक्टर की ट्रॉलियां बनाना शुरू किया था।
- धीरे-धीरे उसने लेथ मशीन से पिस्टल और कट्टे जैसे हथियार भी बनाने शुरू किए।
- सुरेंद्र ने यह धंधा आगे बढ़ाया और जेल जाने के बाद उसका बेटा और भाई धर्मेंद्र भी इस अवैध कारोबार में शामिल हो गए।
- नतीजा यह हुआ कि पूरे परिवार की तीन पीढ़ियां हथियार निर्माण में लिप्त हो गईं।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई
क्राइम ब्रांच ने छापा मारकर फैक्टरी से हथियार बनाने की उन्नत मशीनें, कलपुर्जे और उपकरण जब्त किए। पुलिस के अनुसार, जब्त सामान से कई दर्जन अवैध हथियार बनाए जा सकते हैं। इस कार्रवाई में सुरेंद्र, उसके नाबालिग बेटे और परिवार के अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कैसे चलता था नेटवर्क
फैक्टरी पहले एक वेयरहाउस में चलाई जा रही थी, जिसे सुरेंद्र ने 20 हजार रुपये प्रतिमाह किराये पर लिया था। शुरुआती दौर में हथियारों के कलपुर्जे बाहर से मंगाए जाते थे, लेकिन बाद में स्थानीय स्तर पर ही सभी पुर्जे बनने लगे। इसके लिए भारी निवेश कर विशेष मशीनें लगाई गईं।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि इस अवैध फैक्टरी का नेटवर्क भोपाल, मध्यप्रदेश के अन्य जिलों और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ था।
गिरोह और हथियार का गठजोड़
मछली परिवार, जो ड्रग्स और अन्य आपराधिक गतिविधियों में लिप्त बताया जाता है, अवैध हथियारों की खरीदारी कर अपने नेटवर्क को मजबूत कर रहा था। पुलिस का मानना है कि इस गठजोड़ ने कई जिलों में अपराध की घटनाओं को बढ़ावा दिया है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है। पूरे नेटवर्क का पता लगाने के लिए मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में छापेमारी की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस गिरोह से जुड़े और लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।







