
बड़कोट (उत्तरकाशी) | उत्तरकाशी जिले के स्यानाचट्टी में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से हालात गंभीर हो गए हैं। यमुनोत्री और गीठ क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश के कारण यमुना नदी पर बनी झील विकराल रूप ले चुकी है, जिससे स्कूल और होटल जलमग्न हो गए हैं। स्यानाचट्टी हाईस्कूल और जूनियर हाईस्कूल के भवन पूरी तरह पानी में डूब गए। जीएमवीएन गेस्ट हाउस समेत नदी किनारे स्थित कई होटल की दूसरी मंजिल तक पानी पहुंच गया। यमुनोत्री हाईवे के पुल के ऊपर से पानी बहते हुए स्यानाचट्टी की पार्किंग तक फैल गया। पानी बढ़ने के कारण दुकानों और घरों में रेत जमा होने लगी है, जिससे स्थानीय लोगों में डर बढ़ गया है।
पुल पर पानी का तेज बहाव होने से पुल टूटने का खतरा बना हुआ है। अगर पुल टूटता है तो गीठ पट्टी के 12 गांवों का मुख्यालय से संपर्क कट जाएगा। प्रशासन ने झील के मुहाने से मलबा हटाने के लिए तीन मशीनें लगाई हैं, लेकिन लगातार बारिश और हजारों टन मलबे के कारण समस्या लगातार बढ़ रही है। प्रशासन की कोशिशें फिलहाल अपर्याप्त साबित हो रही हैं। स्थानीय लोगों का डर है कि जलस्तर और बढ़ने पर पानी उनके घर और होटल में घुस सकता है। बारिश और मलबे की समस्या के कारण स्यानाचट्टी पूरी तरह जलमग्न होने का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।
स्यानाचट्टी में जलमग्नता ने स्कूल, होटलों और हाईवे के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रशासन को तत्काल प्रभावी उपाय करने की जरूरत है, अन्यथा लोगों की सुरक्षा और स्थानीय बुनियादी ढांचे को गंभीर खतरा हो सकता है।