
नरसिंहपुर | नरसिंहपुर जिले के करेली थाना परिसर में सोमवार सुबह हुई पुलिस बर्बरता ने पूरे शहर में आक्रोश की लहर पैदा कर दी है। पार्किंग को लेकर हुए मामूली विवाद के बाद पुलिसकर्मियों ने व्यापारी की बेरहमी से पिटाई कर दी। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि थाना प्रभारी (टीआई) प्रियंका केवट घटना स्थल पर मौजूद थीं और खुद पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाती रहीं। यह वीडियो कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और देखते ही देखते हजारों व्यापारी व स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए।
पार्किंग विवाद से शुरू हुआ मामला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार व्यापारी राजन यादव सोमवार सुबह बैंक के काम से थाना परिसर के पास पहुंचे थे। उन्होंने अपनी गाड़ी थाना परिसर से सटी पार्किंग में खड़ी की। इसी बात को लेकर उनकी थाना प्रभारी प्रियंका केवट से कहासुनी हो गई। देखते ही देखते विवाद बढ़ा और पुलिस स्टाफ ने व्यापारी को दबोच लिया। चश्मदीदों का कहना है कि पुलिस जवानों ने व्यापारी को जमीन पर गिराकर लात-घूंसों से पीटना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, उसे पूरे परिसर में घसीटा गया। आसपास खड़े लोग दंग रह गए, लेकिन किसी ने हिम्मत नहीं दिखाई।
टीआई का रवैया और वायरल वीडियो
हैरानी की बात यह रही कि टीआई प्रियंका केवट खुद घटना स्थल पर मौजूद थीं। उन्होंने व्यापारी को बचाने के बजाय अपने मोबाइल से पूरी घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग की। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही आग की तरह फैल गया और पुलिस की छवि पर सवाल खड़े हो गए।
थाने का घेराव और विरोध प्रदर्शन
वीडियो वायरल होते ही शहर भर में व्यापारी वर्ग और आम लोगों में गुस्सा फूट पड़ा। कुछ ही देर में सैकड़ों की संख्या में लोग करेली थाने के बाहर जुट गए। बाद में यह संख्या हजारों में पहुंच गई और लोगों ने थाने का घेराव कर दिया। मौके पर पूर्व विधायक संजय शर्मा भी पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को शांत कराने की कोशिश की और पुलिस अधिकारियों से कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि “इस तरह की पुलिस बर्बरता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह केवल एक व्यापारी का मामला नहीं है, बल्कि पूरे समाज का अपमान है।”
व्यापारी संगठन का अल्टीमेटम
ग्रैंड मर्चेंट एसोसिएशन ने सख्त रुख अपनाते हुए चेतावनी दी है कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होती, तब तक अनाज मंडी पूरी तरह बंद रहेगी। संगठन पदाधिकारियों का कहना है कि यह घटना व्यापारी वर्ग की गरिमा और सुरक्षा पर सीधा हमला है।
पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर
बढ़ती भीड़ और आक्रोश को देखते हुए प्रशासन ने थाने और आसपास के क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है। हालात को काबू में रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। हालांकि प्रदर्शनकारी साफ कह रहे हैं कि जब तक न्याय नहीं मिलता, वे पीछे हटने वाले नहीं हैं।