
मुंबई | मुंबई में मानसून का कहर जारी है। भारी बारिश जहाँ लोगों को गर्मी से राहत दे रही है, वहीं दूसरी ओर इसने बीमारियों का खतरा भी बढ़ा दिया है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी से अगस्त 2025 तक मलेरिया, चिकनगुनिया और हेपेटाइटिस के मामलों में पिछले वर्ष की तुलना में वृद्धि दर्ज की गई है।
नगर निकाय की रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष 14 अगस्त तक मलेरिया के 4,825 मामले दर्ज किए गए, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 4,021 मामलों से अधिक हैं। इसी अवधि में चिकनगुनिया के 328 मामले सामने आए जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 210 था। हेपेटाइटिस के भी 703 मरीज दर्ज किए गए, जो पिछले साल के 662 मामलों से अधिक है।
हालाँकि राहत की बात यह है कि डेंगू, लेप्टोस्पायरोसिस और गैस्ट्रोएंटेराइटिस जैसे अन्य मानसून संबंधी रोगों में गिरावट दर्ज की गई है। इस वर्ष डेंगू के 1,564 मामले सामने आए हैं, जबकि 2024 में इसी अवधि में 1,979 मरीज दर्ज किए गए थे। लेप्टोस्पायरोसिस के मामले 553 से घटकर 316 रह गए, वहीं गैस्ट्रोएंटेराइटिस के मामले भी 6,133 से घटकर 5,510 पर आ गए।
बारिश और जलजमाव बना वजह
मुंबई में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने शहर के कई इलाकों को जलमग्न कर दिया है। गोरेगांव, लोखंडवाला, अंधेरी (वीरा देसाई रोड), मृणालताई गोरे फ्लाईओवर के नीचे का इलाका, माटुंगा, चेंबूर, खार, दादर पूर्व और कुर्ला जैसे हिस्सों में पानी भरने से हालात बिगड़ गए हैं। बारिश और जलजमाव के कारण मच्छरों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है, जिससे मलेरिया और चिकनगुनिया जैसे रोग फैल रहे हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि गंदा पानी, खुले नाले और जगह-जगह जमा जल मच्छरों के प्रजनन के लिए सबसे बड़ा कारण बनते हैं। यही वजह है कि बारिश के मौसम में हर साल इन बीमारियों में उछाल देखने को मिलता है।
जनजीवन पर असर
बारिश के कारण मुंबई का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। महज आठ घंटों में शहर में 177 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे सड़कों पर पानी भर गया और कई जगहें तालाब जैसी दिखाई देने लगीं।
- लोकल ट्रेनें देरी से चल रही हैं।
- कई उड़ानें रद्द की गईं हैं और हवाई सेवाओं पर असर पड़ा है।
- सड़क यातायात बेहद धीमा हो गया है।
- प्रशासन ने शहर और उपनगरों के सभी स्कूल-कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है।
रेड अलर्ट और प्रशासन की तैयारी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मुंबई, ठाणे, पालघर और नवी मुंबई में भारी बारिश को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अनावश्यक घर से बाहर न निकलें और सावधानी बरतें। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में मलेरिया, डेंगू और अन्य मानसून संबंधी बीमारियों के मरीजों के लिए विशेष वार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं। नगर निकाय टीमों को जलजमाव वाले इलाकों में दवाओं का छिड़काव करने और जागरूकता अभियान चलाने के आदेश भी दिए गए हैं।