चमोली ( उत्तराखंड) छह अगस्त की शाम आवाजाही को बंद पड़ा बदरीनाथ हाईवे करीब 50 घंटे बाद शुक्रवार की शाम सात बजे छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। एनएचआईडीसीएल ने हाईवे पर आए बड़े बोल्डर को कंट्रोल विस्फोट कर तोड़ा। जिसके बाद हाईवे छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया। शनिवार को हाईवे पर बड़े वाहनों की आवाजाही भी सुचारु होने की उम्मीद है। हाईवे सुचारू होने पर पुलिस प्रशासन की ओर से ज्योतिर्मठ और पीपलकोटी की ओर फंसे करीब 700 तीर्थयात्रियों को वाहनों को उनके गंतव्य की ओर भेजा।
ज्ञात हो कि पीपलकोटी से करीब एक किलोमीटर दूर चाड़ा नामक स्थान पर पहाड़ी से हुए भूस्खलन से बदरीनाथ हाईवे का करीब 30 मीटर हिस्सा टूटकर अलकनंदा में समा गया था। तब से एनएचआईडीसीएल (राष्ट्रीय राजमार्ग एवं ढांचागत विकास) की ओर से जेसीबी और पोकलैंड मशीनों से दिन और रात में हाईवे को खोलने का काम किया जा रहा है।
शुक्रवार दोपहर मलबा और बोल्डरों को हटाकर पोकलैंड मशीनों से हाईवे को पैदल आवाजाही लायक बनाया गया। जिसके बाद हाईवे के दोनों ओर खड़े तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को उनके गंतव्य के लिए भेजा गया। शाम छह बजे एनएचआईडीसीएल की ओर से हाईवे पर आए एक भारी भरकम बोल्डर को कंट्रोल ब्लास्ट कर तोड़ा गया। जिसे हटाने में डेढ़ घंटे का समय लग गया। शाम सात बजे सबसे पहले पुलिस के वाहन को भूस्खलन क्षेत्र से आगे भेजा गया, जिसके बाद मोटरसाइकिल और छोटे वाहनों की आवाजाही सुचारू करवाई गई।