
नैनीताल/हल्द्वानी — उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर से एक दिल को झकझोर देने वाली वारदात सामने आई है, जहां 11 साल के एक मासूम बच्चे की बेरहमी से हत्या कर दी गई। घटना शहर के गोलापार क्षेत्र स्थित खेड़ा गांव की है। मृतक की पहचान बटाईदार किसान खूबकरण मौर्य के बेटे अमित मौर्य के रूप में हुई है। पुलिस को बच्चे का शव गांव के पास एक गड्ढे में दबा मिला, जबकि उसका सिर और एक हाथ गायब हैं।
सोमवार शाम से लापता अमित की खोजबीन के बाद मंगलवार दोपहर ग्रामीणों को खेत के किनारे एक गड्ढे में से बदबू आने पर शक हुआ। सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने मौके की खुदाई कराई, जहां से बालक का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ। शव को देखने से प्रतीत हो रहा है कि हत्या के बाद शव के अंग काटे गए और साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से उसे दबा दिया गया।
पुलिस जांच और डॉग स्क्वॉड तैनात:
हत्या की खबर मिलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस ने तत्काल डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया। सीओ नितिन लोहनी ने खुद घटनास्थल का मुआयना किया। भारी बारिश के बावजूद पुलिस की टीमें लापता सिर और हाथ की तलाश में खेतों और आसपास के नालों में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं।
परिवार की पीड़ा:
मृतक के पिता खूबकरण मौर्य ने पुलिस को बताया कि अमित सोमवार की दोपहर खेलने के लिए निकला था लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटा। परिवार ने पहले उसे आस-पड़ोस में खोजा, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो पुलिस को सूचना दी गई। उन्होंने किसी से रंजिश की बात से इनकार किया है।
हत्या के पीछे की आशंका:
पुलिस फिलहाल सभी एंगल से जांच कर रही है। हत्या के पीछे तांत्रिक क्रिया, दुश्मनी या यौन शोषण जैसे पहलुओं की भी जांच की जा रही है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। घटनास्थल से कुछ सामान भी जब्त किए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा गया है।
एसएसपी का बयान:
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रीति प्रियदर्शिनी ने बताया कि यह मामला गंभीर है और पुलिस इसे उच्च प्राथमिकता पर ले रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद हत्या की प्रकृति और स्पष्ट होगी। उन्होंने कहा, “हम पीड़ित परिवार के साथ हैं और जल्द ही दोषियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।”
इलाके में दहशत:
घटना के बाद खेड़ा और आसपास के गांवों में डर और आक्रोश का माहौल है। लोग अपने बच्चों को अकेले बाहर भेजने से डरने लगे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी हो और बच्चों की सुरक्षा के लिए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाए।