
बागेश्वर | उत्तराखंड के बागेश्वर जनपद के दूरस्थ गांव लाथी में पंचायती राजनीति में एक दिलचस्प और उम्मीद जगाने वाली तस्वीर सामने आई है। यहां एक दंपति ने लोकतंत्र के इस महापर्व में न केवल बढ़-चढ़कर भाग लिया, बल्कि जीत दर्ज कर लोगों के विकास के सपनों को साझा करने का संकल्प भी लिया है। लाथी गांव से कुंजर सिंह कोरंगा जहां दूसरी बार क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) के रूप में निर्वाचित हुए हैं, वहीं उनकी पत्नी रजनी कोरंगा ग्राम प्रधान चुनी गई हैं। यह अनूठा संयोग बिचला दानपुर क्षेत्र की राजनीति में एक मिसाल के तौर पर देखा जा रहा है, जहां पति और पत्नी दोनों को जनता ने जनप्रतिनिधि के रूप में चुना है। ग्रामीणों का मानना है कि अब पंचायत स्तर पर विकास के फैसले और क्रियान्वयन में तेजी आएगी, क्योंकि दोनों पदों पर तालमेल का एक स्वाभाविक रिश्ता स्थापित हो चुका है।
चुनाव परिणाम: जनादेश ने दिया भरोसा
क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) पद के लिए लाथी से चार उम्मीदवार मैदान में थे।
- कुंजर सिंह कोरंगा को कुल 354 वोट प्राप्त हुए।
- उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी पुष्कर सिंह को 207 वोट मिले।
- तीसरे स्थान पर रहे जोगा सिंह को 183 तथा
- चौथे स्थान पर केदार सिंह को 165 वोट मिले।
वहीं, ग्राम प्रधान के पद पर भी कड़ी टक्कर देखने को मिली।
- रजनी कोरंगा को 195 मतों के साथ विजयी घोषित किया गया।
- उनके बाद चंपा देवी को 138 वोट और
- किरन देवी को 78 वोट प्राप्त हुए।
“भगवान और जनता का आशीर्वाद मिला” – विजयी दंपति
जीत के बाद कुंजर और रजनी कोरंगा दोनों ने संयुक्त रूप से भगवान और क्षेत्रवासियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह जनादेश उनके लिए जिम्मेदारी का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वे मिलकर गांव के विकास के लिए योजनाबद्ध ढंग से काम करेंगे। शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई, पेयजल और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। कुंजर कोरंगा पहले भी बीडीसी रह चुके हैं और पंचायत की संरचना एवं चुनौतियों से भली-भांति परिचित हैं। दूसरी ओर, रजनी कोरंगा की छवि गांव में एक मेहनती और संवेदनशील महिला के रूप में है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि यह जोड़ी गांव को नई दिशा देगी।
गांव में खुशी की लहर, ग्रामीणों ने बांटे लड्डू
परिणाम घोषित होते ही गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। समर्थकों और ग्रामवासियों ने दोनों जनप्रतिनिधियों का फूल-मालाओं से स्वागत किया। जगह-जगह मिठाइयां बांटी गईं और ढोल-नगाड़ों के साथ जीत का जश्न मनाया गया।
महिलाओं में बढ़ता राजनीतिक आत्मविश्वास
रजनी कोरंगा की जीत महिला सशक्तिकरण की दृष्टि से भी अहम मानी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की राजनीति में भागीदारी अब धीरे-धीरे सशक्त होती दिख रही है। उनकी जीत इस दिशा में प्रेरणा बनेगी।