
देहरादून | राजधानी में बुधवार रात उस समय तनाव फैल गया जब सोशल मीडिया पर पैगंबर मोहम्मद साहब के खिलाफ की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी वायरल हो गई। इस टिप्पणी से आहत सैकड़ों लोगों ने आईएसबीटी चौकी के बाहर जमा होकर जमकर हंगामा किया और आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। माहौल को बिगड़ता देख मौके पर भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा। फिलहाल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश जारी है।
क्या है मामला?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी युवक की पहचान संदीप राठौर के रूप में हुई है, जो देहरादून के सेलाकुई क्षेत्र का निवासी है। आरोप है कि संदीप ने मंगलवार देर रात अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पैगंबर मोहम्मद के संबंध में आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट की, जो कुछ ही समय में वायरल हो गई। सोशल मीडिया पर यह पोस्ट फैलते ही मुस्लिम समुदाय में जबरदस्त आक्रोश फैल गया।
बुधवार शाम को सैकड़ों की संख्या में लोग आईएसबीटी स्थित पुलिस चौकी के बाहर एकत्रित हो गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि इस प्रकार की टिप्पणी से उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है और प्रशासन को तत्काल संदीप के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
पुलिस का त्वरित एक्शन
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एसपी सिटी प्रमोद कुमार मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी भी व्यक्ति को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
प्रमोद कुमार ने बताया कि पुलिस ने आरोपी संदीप राठौर के खिलाफ आईटी एक्ट और धार्मिक भावनाएं भड़काने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। केस पटेलनगर थाने में दर्ज किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि आरोपी फरार है और उसकी तलाश के लिए विशेष पुलिस टीम गठित कर दी गई है।
शांति व्यवस्था के लिए प्रशासन सतर्क
पुलिस और प्रशासन ने पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए इलाके में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी है। आईएसबीटी, पटेलनगर, क्लेमेन्ट टाउन, धर्मपुर और सेलाकुई क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी प्रकार की अफवाह या अप्रिय घटना को रोका जा सके।
स्थानीय खुफिया इकाई (LIU) को भी सोशल मीडिया पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि कोई भ्रामक जानकारी दोबारा न फैल सके। पुलिस ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
समाज के विभिन्न वर्गों ने की संयम बरतने की अपील
इस संवेदनशील मामले को लेकर शहर के धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने भी लोगों से संयम और शांति बनाए रखने की अपील की है। कई वरिष्ठ मौलवियों और धार्मिक नेताओं ने कहा कि ऐसे मामलों में कानून को अपना कार्य करने देना चाहिए और समाज में सौहार्द्र बनाए रखना सबसे जरूरी है।
भविष्य में ऐसे मामलों से कैसे निपटे प्रशासन?
यह घटना एक बार फिर यह सवाल उठाती है कि सोशल मीडिया पर फैल रही नफरत और गलत जानकारियों से निपटने के लिए कितनी तत्परता से तकनीकी निगरानी और जन-जागरूकता की जरूरत है। यह सिर्फ एक कानून-व्यवस्था का मामला नहीं, बल्कि साइबर नैतिकता, धार्मिक सहिष्णुता और सामाजिक जिम्मेदारी का भी प्रश्न है।