
लखनऊ | लखनऊ के आलमबाग क्षेत्र में रहने वाले बुजुर्ग अजिर विहारी त्रिवेदी से साइबर ठगों ने शेयर ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का झांसा देकर 45.51 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने पहले उन्हें एक फर्जी ऐप पर निवेश कराया और फिर जब बुजुर्ग ने मुनाफा निकालना चाहा तो उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप से बाहर कर दिया गया।
पीड़ित के अनुसार, 2 फरवरी को उनके मोबाइल पर एक लिंक आया, जिस पर क्लिक करने पर वे ‘आस्क नॉलेज एक्सप्लोरेशन एफ-19’ नामक व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ गए। वहां ग्रुप एडमिन प्रिया शर्मा और भरत शाह ने उन्हें निवेश कर लाभ कमाने का प्रलोभन दिया और एक ऐप डाउनलोड कराया।
बुजुर्ग ने फरवरी से 9 जून तक विभिन्न खातों में कुल 45.51 लाख रुपये जमा किए। ऐप पर दिखाए गए फर्जी लाभ में 5.57 करोड़ रुपये का मुनाफा दिखाई दे रहा था। जब उन्होंने 80 लाख रुपये निकालने की कोशिश की, तो उन्हें ग्रुप से हटा दिया गया।
साइबर क्राइम थाना पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर बृजेश कुमार यादव के अनुसार, जिन नंबरों और खातों का उपयोग ठगी में किया गया है, उनकी जांच की जा रही है।