
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के सदर कोतवाली के अंधऊ गांव में 16 मई को एक व्यक्ति का शव पेड़ से लटकता हुआ मिला था. इसकी जानकारी पुलिस को दी गई. जब पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने शव को नीचे उतारा तो उसमें मृतक का मोबाइल फोन मिला. मोबाइल फोन से कई तरह के राज निकलकर सामने आए हैं. पता चला कि कोविद कुमार सीतापुर जिले का रहने वाला था और सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत था.
पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि मृतक टीचर कोविद की शादी साल 2023 में गाजीपुर की रहने वाली लक्ष्मी कुशवाहा से हुई थी. शादी के बाद से लक्ष्मी अपने पूरे परिवार के साथ पति कोविद के साथ ही रहती थी. शादी के कुछ दिनों बाद लक्ष्मी ने कोविद से उसकी पूरी सैलरी लेना शुरू कर दिया. उसी से अपने मायके और अपना खर्च चलाने लगी. वह जमकर शोपिंग किया करती थी. लक्ष्मी पति की सैलरी में से उसे भी खर्च के लिए पैसे नहीं छोड़ती थी. जब पति ने इस सब बातों को विरोध किया तो लक्ष्मी ने उसके खिलाफ दहेज उत्पीड़न समेत कई मामलों में केस दर्ज करा दिया. इस वजह से कोविद को गाजीपुर कोर्ट आना पड़ता था.
16 मई को भी कोर्ट में जमानत को लेकर तारीख पड़ी हुई थी. जिसके लिए कोविद अपनी पत्नी, साले, साली और अन्य के साथ ट्रेन से गाजीपुर पहुंचा. कोर्ट में पत्नी को गवाही देनी थी लेकिन गवाही देने की बजाय वह अपने मायके जाने लगी. जब कोविद ने कोर्ट में गवाही की बात कही तो उसने कहा कि उसके बदले उसे 25 लाख रुपये चाहिए. कोविद ने कहा कि इतना पैसा उसके पास नहीं है. इस पर उसकी पत्नी ने कहा कि मर जाओगे तो और भी बेहतर रहेगा कम से कम मुझे नौकरी मिल जाएगी. इसके बाद कोविद अंदर से पूरी तरह टूट गया और कोर्ट जाने की बजाय वह घटनास्थल पर पहुंचा और वहां जाकर पहले वीडियो बनाकर फेसबुक पर अपलोड किया और फिर फंदा डालकर झूल गया.
कोविद के पिता चंद्रिका ने बताया कि कोविद सहायक अध्यापक था लेकिन एक पैर से दिव्यांग था. जिसके कारण उसके एक परिचित ने उसकी शादी एक गरीब परिवार की लड़की से करवाई थी. शादी के बाद से ही लक्ष्मी परिवार चलाने के बजाय उसे टॉर्चर करने लगी और हर महीने उसकी सैलरी ले लेती थी. जब इससे भी उसका मन नहीं भरा तो उसने दहेज उत्पीड़न समेत कई तरह के मुकदमे भी दर्ज करा दिए थे. अंत में जमानत के मामले में 25 लाख रुपए की डिमांड की. लक्ष्मी ने कोविद से कहा था कि पैसे नहीं दे पाओगे तो मर जाओ क्योंकि उसके बाद उसे नौकरी मिल जाएगी. वही इस मामले पर कोतवाल दीनदयाल पांडेय ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई करने में पुलिस जुटी हुई है.