
रुड़की। रुड़की में आईआईटी के गेट के सामने हाईवे पर आईआईटी के कार सवार एक प्रोफेसर ने एक कांवड़िए को टक्कर मार दी। विरोध करने पर उसने दोस्त के साथ मिलकर अभद्रता करते हुए मारपीट कर दी। जिससे कांवड़ियों ने हंगामा कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया। साथ ही प्रोफेसर और उसके साथी को हिरासत में लेकर कोतवाली ले गई और शांतिभंग में चालान कर दिया।
जानकारी के अनुसार, मुजफ्फरनगर निवासी कुछ कांवड़िए हरिद्वार से मुजफ्फरनगर डाक कांवड़ लेकर जा रहे थे। जैसे ही वह रात करीब साढ़े दस बजे रुड़की स्थित शताब्दी द्वार के पास पहुंचे तो एक कांवड़िए ने डाक कांवड़ निकालने के लिए कार रोकने के लिए हाथ दिया। इस पर कार चालक ने कार नहीं रोकी और कांवड़िए को टक्कर मार दी। इतना ही नहीं विरोध करने पर दोबारा कांवड़िए को टक्कर मार दी। इसे लेकर हंगामा हो गया। कांवड़ियों ने विरोध किया तो कार में सवार आईआईटी के प्रोफेसर और उनके दोस्त ने अभद्रता कर दी। आरोप है कि कार से बाहर निकलकर कांवड़िए से मारपीट कर दी जिससे हंगामा और बढ़ गया।
हंगामा होता देख मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलते ही एएसपी कुश मिश्रा पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और जानकारी ली। साथ ही कांवड़ियों को समझाकर शांत किया। इस दौरान कांवड़ियों ने कार सवारों पर कांवड़ खंडित करने का भी आरोप लगाया। हालांकि, पुलिस के समझाने के बाद वह अपने गंतव्य को रवाना हो गई। वहीं, पुलिस आईआईटी के प्रोफेसर और उनके दोस्त को हिरासत में लेकर कोतवाली ले आई। एएसपी कुश मिश्रा ने बताया कि आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर गोंडाई मई रंजन निवासी चगागई इंफाल, थाना इफाल वेस्ट जिला इंफाई, मणिपुर हाल आईआईटी रुड़की और मानस निवासी डबल फाटक, ढंडेरा, रुड़की का शांतिभंग में चालान कर दिया है।
मारपीट की सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी कब्जे में ले गई थी जिसमें उक्त लोग मारपीट करते नजर आ रहे हैं। एएसपी ने बताया कि प्रोफेसर गोंडाई मई रंजन ने आईआईटी बीएचयू में पढ़ाई की है। इसके बाद वहीं पर प्रोफेसर बन गए थे। इसके बाद वह रुड़की आईआईटी में आए थे। बताया कि इस संबंध में रात में ही आईआईटी प्रशासन को भी सूचित कर दिया गया था।