देहरादून। मसूरी में नए साल पर आयोजित होने वाली पार्टी के लिए कोकीन सप्लाई करने पहुंचे दो विदेशी तस्करों को राजपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों विदेशी तस्कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैले कोबरा गैंग से जुड़े हुए हैं। राजपुर थाना पुलिस अब तक गैंग के नौ तस्करों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें से छह विदेशी शामिल हैं। तस्करों से पुलिस 2.5 करोड़ की ड्रग्स पकड़ चुकी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि नशामुक्त उत्तराखंड अभियान के तहत दून पुलिस लगातार नशा तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई कर रही है। आगामी नववर्ष व नगर निकाय चुनाव को देखते हुए रविवार को थानाध्यक्ष राजपुर पीडी भट्ट के नेतृत्व में राजपुर पुलिस होटल, रेस्टोरेंट, बार, वाहन तथा संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग की जा रही थी।
चेकिंग के दौरान सूचना मिली कि कोबरा गैंग के दो मुख्य तस्कर मसूरी में आयोजित होने वाली एक बडी पार्टी में कोकिन की सप्लाई करने जा रहे हैं। पुलिस टीम ने चेकिंग के दौरान कुठालगेट बैरियर के निकट दो विदेशी नागरिकों को 33 ग्राम कोकीन के साथ गिरफ्तार किया। बरामद कोकीन की कीमत 25 लाख रुपये बताई गई है। आरोपितों की पहचान प्रिंसले मूल निवासी तंजानिया वर्तमान निवासी स्ट्रीट नंबर सी-18 टर्नर रोड क्लेमेनटाउन व मखोसेलिजवे मूल निवासी ज़िम्बाब्वे वर्तमान निवासी टर्नर रोड क्लेमेनटाउन के रूप में हुई है।
पूछताछ में तस्करों ने बताया कि वह कोबरा गैंग के सक्रिय सदस्य है तथा मूल रूप से तंजानिया व ज़िम्बाब्वे देश के नागरिक है। वह अक्सर अपने देश तंजानिया व जिम्बाब्वे से देहरादून आते जाते रहते हैं। वह कोकीन दिल्ली से लाकर डिमांड के हिसाब से देश के अलग-अलग हिस्सों में अपने एजेंट व तस्करों को सप्लाई करते हैं। आगामी नववर्ष में व मसूरी में पार्टी के लिए सप्लाई करने की योजना बनाकर कोकीन कुछ दिन पूर्व ही दिल्ली से लाए थे और नववर्ष पर कोकीन को पर्यटकों को सप्लाई करने के लिये मसूरी जा रहा थे।
नशा तस्करी में विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी लगातार हो रही है। अब तक पुलिस इसी गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन पासपोर्ट की वैधता खत्म होने के बावजूद आरोपितों का खुलेआम घूमना कहीं न कहीं इंटेलीजेंस की सक्रियता पर भी सवाल उठ रहे हैं। आरोपित क्लेमेनटाउन स्थित टर्नर रोड पर किसी के घर पर रह रहे थे। बताया जा रहा है कि उनका सत्यापन हो रखा है, लेकिन जब पासपोर्ट की वैधता ही खत्म हो चुकी है तो किस आधार पर उनका सत्यापन किया गया, यह भी जांच का विषय है।