सहारनपुर के थाना ननौता क्षेत्र में दोस्त ने ही बैंक कर्मी को 50 हजार रुपये के लिए गर्दन काट कर मौत के घाट उतार दिया था. इसके बाद शव को नहर में फेंक दिया. गिरफ्तार होने के बाद आरोपी ने पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार की और कैसे और क्यों इस घटना को अंजाम दिया इसकी भी जानकारी दी.
गिरफ्तार आरोपी प्रवेश ने पूछताछ में बताया कि मृतक अंकित कुमार HDFC बैंक की गंगोह ब्रांच के लोन डिपार्टमेंट में काम करता था. पूछताछ में उसने कहा, ‘मेरी अंकित से दोस्ती हो गयी थी. मैंने अंकित कुमार के जरिए करीब 38 हजार रुपये किश्त पर लिए थे. साथ ही उससे 12000 रुपये उधार भी ले रखे थे.’
प्रवेश ने कहा, ‘अंकित काफी दिनों से ये किश्ते व अपने उधार दिये रुपये मांग रहा था. अंकित बार-बार किश्त की रकम और उधार दिये पैसे मांगता रहता था. मेरे पास पैसे नहीं थे. इससे मैं परेशान हो गया था. मैं पैसे नहीं दे पा रहा था तो मैंने सोचा कि क्यों ना अंकित का काम ही तमाम कर दूं.’
17 अगस्त को मैंने अंकित को पैसे देने के बहाने अपने पास बुलाया और फिर उसे लेकर हमामपुर नहर गया. और मैंने चाकू से उसकी गला रेतकर हत्या कर दी और उसकी लाश व उसके बैग को नहर में फेंक दिया था. साथ ही उसकी मोटरसाइकिल बरसी रोड पर रजवाहे में डाल दी थी.
एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि मृतक गांव-गांव ईएमआई कलेक्ट करने जाता था. इसलिए जहां बॉडी मिली थी. वहां पास के गांवों से कुछ संदिग्धों से पूछताछ की. मृतक के बरसी में रहने वाले दोस्त प्रवेश पुत्र इंद्रपाल से पूछताछ की. उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली और बताया कि कैसे अंकित को बुलाकर उसकी हत्या की.