
ऊधम सिंह नगर। खटीमा के पास चकरपुर, पचौरिया, बिल्हेरी, वन रावत बस्ती और श्रीलंका गांव में बाघों की लगातार जारी गतिविधि के बाद बुधवार सुबह वनखंडी मंदिर के पीछे जंगल में बाघ के हमले में बुजुर्ग की मौत के बाद लोगों में वन विभाग के खिलाफ आक्रोश है। क्षेत्रवासियों ने कहा कि चकरपुर क्षेत्र में पिछले डेढ़ महीने में वन्यजीवों के हमले की पांच से छह घटनाएं घट चुकी हैं। कुछ दिन पूर्व वनखंडी मंदिर के पीछे ही जंगल में गए एक बुजुर्ग पर भी बाघ ने हमला कर दिया था। वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने का आश्वासन दिया जिस पर लोग शांत हुए।
बुधवार सुबह बाघ के हमले में बुजुर्ग की मौत की सूचना के बाद घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जुट गई। उन्होंने वन अधिकारियों और कर्मचारियों पर लापरवाही बरते का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। कहा कि जंगल में घास काटने जा रहे लोगों पर बाघ लगातार हमले कर रहे हैं। इसके बावजूद वन अधिकारी गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं।
क्षेत्र पंचायत सदस्य मन्नू मेहर ने कहा कि पचौरिया और नई बस्ती में भी लगातार बाघ दिख रहे हैं जिसके चलते लोग सहमे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस समस्या को वह दून में मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे। पचौरिया निवासी समाजसेवी माेहन जोशी ने कहा कि वन अधिकारियों से कई बार सुरक्षा की गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन कोई लाभ नहीं हो रहा। श्रीलंका गांव निवासी राजकुमार ने बताया कि गांव में शाम के समय बाघ व तेंदुए दिखाई दे रहे हैं। मौके पर मौजूद वन क्षेत्राधिकारी महेश चंद्र जोशी ने कहा कि बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया जा रहा है।