
देहरादून। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा, भाजपा जुमलेबाजी से जीत के सपने देख रही है। हकीकत यह है कि भाजपा के स्टार प्रचारकों की चुनावी रैलियों में उत्तराखंड के मुद्दों पर बोलती बंद है। इधर-उधर की बातें कर प्रदेश के लोगों का ध्यान मुद्दों से भटकाने का प्रयास भाजपा कर रही है। माहरा ने विशेष बातचीत में चुनावी मुद्दों, पांचों सीटों पर पार्टी का प्रदर्शन और पार्टी छोड़कर जा रहे नेताओं से जुड़े सवालों के जवाब दिए। पेश है बातचीत के मुख्य अंशः
सवाल : कांग्रेस पांचों सीटों पर जीत का दावा कर रही है, लेकिन जिन नेताओं के दम पर पार्टी को चुनाव लड़ना था, उनमें से कई भाजपा में शामिल हो गए। ऐसे में जीत के दावों में कितना दम है।
जवाब : पांचों सीटों पर कांग्रेस मजबूती से चुनाव लड़ रही है। चुनाव पार्टी कार्यकर्ता लड़ता है, नेता नहीं। चुनाव के ऐन वक्त पर भाजपा के दबाव में आकर कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दिया है, लेकिन इससे कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं है। प्रदेश की जनता भाजपा के षड्यंत्र को भली भांति जानती है। कांग्रेस का कार्यकर्ता आज भी पार्टी के साथ ही। जो नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में गए हैं, उनसे कार्यकर्ता भी नाराज थे और चुनाव में पार्टी की जीत के लिए मजबूती से काम कर रहे हैं।
सवाल : कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव में ताकत तो लगा रहे हैं, लेकिन भाजपा की तुलना में सांगठनिक और संसाधनों की कमी आड़े आ रही है। आखिर कांग्रेस किस के बूते जीत का दावा कर रही है।
जवाब : प्रत्याशियों के साथ कार्यकर्ता अपने संसाधनों से चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा की तुलना में पार्टी के पास संसाधनों की कमी है। कांग्रेस कार्यकर्ता चने खाकर रात दिन प्रचार में जुटा है। कार्यकर्ताओं की मेहनत का अहसास भाजपा को चुनाव नतीजे आने के बाद पता चलेगा।
सवाल : एक तरफ भाजपा है, जिनके प्रभारी से लेकर स्टार प्रचारक तक मैदान में उतर चुके हैं। मतदान की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। क्या कांग्रेस को प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों की कमी खल रही है।
जवाब : कांग्रेस की एक ही स्टार प्रचारक भाजपा पर भारी पड़ रही है। राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने रामनगर और रुड़की की जनसभा में उत्तराखंड से संबंधित अंकिता हत्याकांड, सिलक्यारा टनल, जोशीमठ आपदा, गन्ना किसानों, बेरोजगार, महंगाई समेत सभी मुद्दों पर बोला, लेकिन भाजपा के स्टार प्रचारक या बड़े नेताओं की इन मुद्दों पर बोलती बंद है।
सवाल : क्या आप इस बात से सहमत हैं कि हरिद्वार में हरीश रावत और टिहरी में प्रीतम सिंह उम्मीदवार होते तो कांग्रेस ज्यादा मजबूत स्थिति में होती।
जवाब : प्रत्याशियों के चयन में कांग्रेस हाईकमान का फैसला सर्वोपरि होता है। ये बात सही है कि हरिद्वार से हरीश रावत और टिहरी से प्रीतम सिंह चुनाव लड़ते तो जीत आसान होती। हमें ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी। इन दोनों सीटों पर पार्टी प्रत्याशी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
सवाल : आखिर वे कौन से मुद्दे हैं, जिन्हें लेकर कांग्रेस जनता के बीच जा रही है।
जवाब : चुनाव में कांग्रेस के पास मुद्दों की कमी नहीं है, लेकिन भाजपा सिर्फ जातिवाद, धर्म की राजनीतिक कर जुमलेबाजी कर रही है। उत्तराखंड के लोग अंकिता हत्याकांड में वीआईपी पर कार्रवाई चाहते हैं। केदारनाथ धाम से सोना गायब होने, जोशीमठ आपदा प्रभावितों के पुनर्वास, किसानों को मुआवजा, बेरोजगारी, महिला अत्याचार के मुद्दों के साथ ही पांच न्याय और 25 गारंटी लेकर कांग्रेस जनता के बीच जा रही है।