मंदसौर। मध्य प्रदेश के मंदसौर से सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी। जहां पिता ने अपने दो बच्चों के साथ फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मौके से सुसाइड नोट बरामद किया गया है। जिसमें उसकी पत्नी के साथ मारपीट और छेड़खानी से आहत होकर यह कदम उठाने की बात कही है। साथ ही मृतक ने आरोपियों का नामजद जिक्र किया है।
जिले के शामगढ़ थाना क्षेत्र के रूंडी गांव में एक बंजारा युवक ने अपनी 12 साल की बेटी सुमन और 10 साल के बेटे विशाल के साथ पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली। जानकारी के मुताबिक, मृतक की पत्नी के साथ गांव के ही एक परिवार की महिला पुरुषों ने मारपीट और छेड़खानी की। जिसके वह आहत था। रविवार शाम बच्चों से मिलने वह तीन माह बाद घर पहुंचा। बच्चों को शामगढ़ नगर ले जाकर खरीदी (शॉपिंग) कराई। सोमवार सुबह तीनों का शव रूंडी के खेत में एक पेड़ पर लटका मिला।
घटना की सूचना पर शामगढ़ थाना, चंदवासा चौकी पुलिस मोकै पर पहुंची। मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा कि तीन माह पहले पत्नी नैनी बंजारा के साथ गांव के ही राजू, कालू, सोनू और गीताबाई, नोजीबाई, लीलाबाई, गोविंद ने मारपीट और छेड़खानी की थी। इन लोगों ने पत्नी को चौराहे पर निर्वस्त्र का पीटा था। मृतक ने इन सभी को अपनी और बच्चों की मौत का जिम्मेदार ठहराया। उसने सुसाइड नोट में पुलिस से मांग की है कि आरोपियों को फांसी की सजा मिले।
सोमवार सुबह जब तीनों के शव फांसी पर लटके मिले तो मौके पर मृतक की पत्नी और परिवार के सैकड़ों लोग पहुंचे और बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मामला इतना बढ़ा कि लोग बदमाशों के घर पहुंच गए और तोड़फोड़ कर वाहन को आग के हवाले कर दिया। इस बीच आक्रोशित लोगों की पुलिस से भी बहस हुई।
वहीं मौके पर पहुंचे SDOP राजाराम धाकड़ ने लोगों को समझाइश देकर मामला शांत करवाया और तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए शामगढ़ अस्पताल पहुंचाया। शामगढ़ थाना पुलिस मर्ग कायम कर पूरे मामले की जांच में जुटी है। आरोपी के अवैध मकान की जांच करवाई जा रही है। जल्द प्रशासन की टीम इस पर भी कार्रवाई करेगी। मामले से जुड़े सभी आरोपी फिलहाल फरार है।