कानपुर। कानपुर में घाटमपुर कोतवाली के एक गांव में बुधवार रात को पेड़ से लटककर जान देने वाली फुफेरी बहनों ने भट्ठा ठेकेदार के बेटे और भांजे की करतूत से तंग आकर यह कदम उठाया है। मंगलवार को दोनों युवकों ने उन्हें बहाने से शराब पिलाई और दुष्कर्म किया। इसके बाद वीडियो भी बना लिया। जानकारी के बाद परिजनों ने विरोध किया, तो ठेकेदार ने दोनों किशोरियों व परिवार से मारपीट की और वीडियो वायरल करने की धमकी दी।
इसी से आहत दोनों किशोरियां एक ही दुपट्टे से फंदा लगाकर लटक गईं। पुलिस ने ठेकेदार, उसके बेटे व भांजे के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, मारपीट, धमकी, पाक्सो एक्ट में रिपोर्ट दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। मूलरूप से हमीरपुर के एक गांव के रहने वाले दो परिवार चार माह पहले ही यहां ईं-भट्ठे में काम करने आए थे। दोनों परिवारों के मुखिया आपस में जीजा-साले थे। इन्हीं के गांव के 19 परिवार भी पहले से यहां काम करते और रहते थे।
मंगलवार को भट्ठा मालिक ने सबका हिसाब किया था। इसके बाद भट्ठे पर काम करने वाले ज्यादातर लोग घाटमपुर बाजार करने चले गए थे। दोनों फुफेरी बहनें, ठेकेदार रामरूप का बेटा रज्जू और भांजा संजय भट्ठे पर ही थे। पीड़ित परिवार का आरोप है कि ठेकेदार के बेटे और भांजे ने दोनों किशोरियों को बहला-फुसलाकर शराब और बीड़ी पिलाई।
इसके बाद सामूहिक दुष्कर्म कर वीडियो बना लिया। किशोरियों का वीडियो बनाए जाने की चर्चा पूरे मजदूरों में फैल गई। परिजनों ने जब इसकी शिकायत ठेकेदार रामरूप से की, तो ठेकेदार ने परिवार संग मिलकर किशोरियों और परिवार वालों से मारपीट की। वीडियो वायरल करने की धमकी भी दी। इससे क्षुब्ध होकर दोनों किशोरियों ने जान दे दी।
एक किशोरी के पिता की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी
-हरीश चंदर, एडिशन पुलिस कमिश्नर, कानून व्यवस्था
देर रात फुफेरी बहनों के जान देने की सूचना पर डीसीपी रविंद्र कुमार पूरी रात मौके पर रहे। फोरेंसिक टीम ने मौका-ए-वारदात से साक्ष्य एकत्रित किए। इसके साथ ही एक ट्रक पीएसी तैनात कर दी। वहीं दूसरी ओर एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर गुरुवार तड़के घटनास्थल पहुंचे और मजदूरों के बयान दर्ज किए। लोगों ने बताया कि ठेकेदार दबंग है। वह लोगों को डरा-धमकाकर काम कराता है। उसका बेटे और भांजा एक माह पहले ही भट्ठे पर आए थे। तभी से दोनों बहनों को परेशान करना शुरू कर दिया था। मंगलवार को पूरे घटनाक्रम के बाद से दोनों किशोरियां आहत थीं।
बुधवार रात को दोनों ने अपने परिजनों को खाना परोसा। इसके बाद शौच जाने की बात कहकर बाहर निकल गईं। काफी देर तक न लौटने पर परिजनों को तलाश शुरू की। इसके बाद झोपड़ी से 50 मीटर दूर बेरी के पेड़ से एक ही दुपट्टे से लटके दोनों शव मिले। पुलिस के अनुसार घटना के वक्त एक किशोरी के माता-पिता शादी समारोह में शामिल होने पैतृक गांव गए थे। दूसरी किशोरी के माता-पिता घाटमपुर राशन खरीदने गए थे। छोटी बेटी ने बताया कि वह बड़ी बहन के साथ घर पर ही थी।
ठेकेदार के बेटे और भांजे को बहनों को शराब पिलाते देखा तो उसने शिकायत करने की बात कही। इस पर उसे धमकाकर शांत करा दिया। इसके बाद वह अंदर चली गई। नामजद आरोपियों को हिरासत में लेने के साथ ही पुलिस ने आरोपियों के परिजनों को भट्ठे से हटा दिया। हालांकि ठेकेदार की पत्नी गुरुवार सुबह अपनी दो बेटियों व एक बेटे के साथ थाने पहुंची। वह खुद की और बेटियों की चोट दिखा रही थी। पति व बेटे को गलत फंसाने का भी आरोप लगाया। हालांकि पुलिस ने कुछ देर उन्हें चलता कर दिया।
डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार व एसीपी ने जब आरोपी युवकों से पूछताछ शुरू की, तो दोनों उग्र हो गए। आरोपियों ने अधिकारियों से कहा कि हमें कानून पता है। हमें परेशान न कीजिए, जब मैंने कुछ किया ही नहीं तो मैं क्यों बताऊ। इस पर पुलिस अधिकारियों ने जब सख्ती बरती, तो दोनों टूट गए। इसके बाद आरोपी युवकों ने बताया कि उनका प्रेम प्रसंग चल रहा था। उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है। इसके बाद पुलिस न दोनों को हिरासत में ले लिया।
गुरुवार को तीन डॉक्टरों की पैनल ने वीडियोग्राफी के साथ दोनों किशोरियों का पोस्टमार्टम किया। पैनल में डॉ. सुमन यादव, डॉ. पवन सचान और डॉ. सुनील सिंह शामिल रहे। पोस्टमार्टम के दौरान डॉक्टरों ने दोनों किशोरियों के बाल, विसरा सुरक्षित किया है। दुष्कर्म की आशंका के चलते स्वाब और स्लाइड फॉरेंसिक लैब भेजी गईं। वहीं फंदा लगाने से मौत की पुष्टि हुई है।