चकराता/विकासनगर (देहरादून)। चकराता ब्लॉक के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जाड़ी में छात्राओं के बेहोश होने का सिलसिला लगातार जारी है। इससे छात्राओं के अभिभावकों में भी डर बना हुआ है। कई अभिभावक इसको स्कूल की भूमि से जुड़े अंधविश्वास से जोड़कर देख रहे हैं। लेकिन विद्यालय के प्रधानाचार्य का कहना है कि शारीरिक तौर पर कमजोर छात्राएं ही बेहोश हो रही है।
उनका कहना है कि कई छात्राएं सुबह बिना नाश्ता किए करीब चार से पांच किलोमीटर की दूरी तय कर स्कूल पहुंचती हैं। चकराता ब्लॉक के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जाड़ी छात्राओं के बेहोश होने के मामले में सामने आ रहे हैं। इस मामले को कुछ लोग अंधविश्वास और कुछ मनोवैज्ञानिक पहलु से जोड़कर देख रहे हैं। लेकिन विद्यालय प्रशासन की इसमें अलग ही राय है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह असवाल ने बताया कि कई बच्चे पांच छह किलोमीटर की दूरी तय कर स्कूल आते हैं। बताया कि इनमें से खासकर कई छात्राएं सुबह नाश्ता कर नहीं आती है। बताया कि मंगलवार को विद्यालय में प्रार्थना सभा के साथ सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती का कार्यक्रम भी किया गया। कार्यक्रम में करीब आधा घंटा खड़ा रहने के दौरान तीन छात्राएं बेहोश होकर नीचे गिर गई। कुछ देर में छात्राओं को होश आया और वह सामान्य हो गईं।
प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह असवाल ने बताया कि चीखने चिल्लाने का कोई मामले नहीं है। बताया कि छात्र नहीं केवल छात्राएं बेहोश हुई थी। कहना है कि करीब एक माह पहले दो और 20 दिन पहले एक छात्रा भी बेहोश हुई थी। उन्होंने बताया बेहोश होने वाली सभी छात्राएं कमजोर है और उनके सुबह नाश्ता न करने की बात भी सामने आई है।
उन्होंने कहा कि छात्राएं बेहोश होती है और पानी पिलाने के बाद सामान्य हो जाती हैं। वहीं जब ग्राम प्रधान जाड़ी टीकम सिंह चौहान, अभिभावक इंद्र सिंह, नरेंद्र सिंह आदि ने बताया कि घटनाओं से विद्यालय में पठन-पाठन बाधित हों रहा है। कुछ अभिभावक मामले को अंधविश्वास से जोड़ कर देख रहे हैं।