रुद्रपुर। तापमान में हो रहे उतार चढ़ाव के कारण बच्चे वायरल बुखार, सर्दी और खांसी की चपेट में आ रहे हैं। लगातार वायरल पीड़ित बच्चों की संख्या में इजाफा हो रहा है। मेडिकल कॉलेज में दो बाल रोग विशेषज्ञ हैं, दोनों के पास इलाज के लिए बच्चों की भीड़ लग रही है।
एक डॉक्टर के पास रोजाना लगभग 80 से 90 बच्चों का इलाज हो रहा है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एसके गोस्वामी के अनुसार बच्चों को वायरल होने का मुख्य कारण मौसम में तेजी से होने वाला बदलाव है। बच्चों का शरीर इस तापमान के बदलाव को संभाल नहीं पाता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण भी वे जल्दी मौसमी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं।
ये बरतें सावधानी
– बच्चों को पानी उबाल कर पिलाएं।
– बार बार हाथ धोएं, बाहर का खाना ना खिलाएं।
– कम से कम लाेगों के संपर्क में बच्चे को रखे।
– बिना चिकित्सकीय परामर्श के बच्चे को कोई भी दवा ना दें।
– तबीयत खराब होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
वायरल होने पर बच्चों के लिए खास सावधानी बरतनी चाहिए। बार बार बच्चों के हाथ धोने चाहिए। घर में जब भी कोई बाहर से आए उसे सीधे बच्चे के संपर्क में ना आने दें। बच्चे को उबाल कर ही पानी पिलाएं। घर में मच्छर होने पर बच्चे को मच्छरदानी में सुलाएं।
– डॉ. आरके सिन्हा, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, रुद्रपुर