राहुल गांधी को लेकर देश में घमासान छिड़ा हुआ है। मानहानि मामले में सूरत एक अदालत में राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया। अब इसी को लेकर कांग्रेस जबरदस्त तरीके से केंद्र की सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस को विपक्षी दलों का साथ भी मिल रहा है। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी का भी बड़ा बयान सामने आया है। समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने कहा कि उन्हें 24 घंटे के भीतर अयोग्य घोषित कर दिया गया था। उनके परिवार का एक इतिहास रहा है। उन्होंने अंग्रेजों का मुकाबला किया, जेल गए और देश के लिए बलिदान दिया।
सपा नेता ने कहा कि आज उन्हें – उनके वंशजों को – इसका सामना करना पड़ रहा है। आपको शिकायत हो सकती है लेकिन पूर्वाग्रह से ग्रसित कुछ भी नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि कोई कहता है, “हसन भ्रष्ट है,” तो क्या इससे पूरे हसन समुदाय की बदनामी होती है? यह सिर्फ चेहरा बचाने वाला है। उन्होंने कहा कि ओबीसी समुदाय यह जानता है। वे कह रहे हैं कि जो हो रहा है वह गलत है और राहुल गांधी ने किसी का अपमान नहीं किया। उन्हें जल्दबाजी में अयोग्य नहीं ठहराया जाना चाहिए था। इससे पहले समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कहा कि जब से भाजपा की सरकार यूपी में आई है, तब से प्रशासन का साथ लेकर झूठे मुकदमे लगवाए।
अखिलेश ने कहा कि कई ऐसे मौके आए हैं जब प्रशासन और शासन ने मिलकर समाजवादी पार्टी के सदस्यों की सदस्यता ली है। इसी कड़ी में आजम खान और उनके बेटे की भी सदस्यता गई। उन्होंने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी के कई नेताओं की सदस्यता भाजपा ने ली है और आज कांग्रेस के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी की सदस्यता गई है। ये सब जानबूझकर असली मुद्दे जैसे- महंगाई, बेरोजगारी और अपने मित्र उद्योगपति पर बहस से ध्यान हटाने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस के नेता के साथ हुआ है, समाजवादी पार्टी के नेताओं के साथ पहले हो चुका है।