
प्रयागराज ज़िले के करछना क्षेत्र के कुलमई लाला का पुरा स्थित इंदिरा गांधी इंटर कॉलेज में बुधवार (10 सितम्बर 2025) को 12वीं कक्षा के छात्र अवनीश पांडे (17 वर्ष) की हत्या से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। कॉलेज परिसर में दिनदहाड़े चाकू से गला रेतकर की गई इस वारदात के बाद से अभिभावक और छात्र-छात्राएं डरे हुए हैं।
मुख्य आरोपी नाबालिग हिरासत में
गुरुवार को पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी नाबालिग छात्र को भी हिरासत में ले लिया। अब तक कुल तीन आरोपियों की गिरफ्तारी/हिरासत हो चुकी है। घटना के बाद पुलिस ने पिता की तहरीर पर छह नामजद आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था, जिनमें दो नाबालिग भी शामिल हैं। सभी से पूछताछ की जा रही है।
वारदात का विवरण
बताया जा रहा है कि भोजनावकाश के समय दो सहपाठियों ने अवनीश को बहाने से स्कूल की छत पर बुलाया। वहां अचानक चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया गया।
- एक हमलावर ने सीने में वार किया
- दूसरे ने गर्दन पर प्रहार किया
गंभीर रूप से घायल छात्र को पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और फिर स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घरेलू रंजिश और जमीन विवाद का आरोप
मृतक के पिता अमित कुमार पांडे ने आरोप लगाया है कि पड़ोसी रामेश्वर तिवारी और विजय कुमार पांडे के साथ जमीन का विवाद चल रहा था। साथ ही, स्कूल का एक शिक्षक पप्पू मिश्रा, जो विपक्षियों का रिश्तेदार है, उनके बेटे को बार-बार परेशान करता था। कुछ दिन पहले अवनीश ने गुस्से में शिक्षक को थप्पड़ मार दिया था। पिता का आरोप है कि इन्हीं कारणों से साजिश कर बेटे की हत्या कराई गई।
एफआईआर दर्ज
घटना के बाद पुलिस ने शिक्षक पप्पू मिश्रा, पड़ोसी विजय कुमार पांडे, रामेश्वर तिवारी, एक अन्य अभियुक्त हिम्पू, और दो नाबालिग छात्रों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस वारदात ने कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था को कठघरे में खड़ा कर दिया है।
- प्रश्न उठ रहा है कि नाबालिग छात्र चाकू लेकर परिसर में कैसे घुसे?
- क्या कॉलेज प्रबंधन को पहले से विवाद की जानकारी थी?
- यदि थी, तो कोई सुरक्षा कदम क्यों नहीं उठाए गए?
घटना के बाद से कॉलेज प्रबंधक मनोज पांडे का फोन लगातार बंद है, जिससे और भी शंकाएँ गहराती जा रही हैं।
मृतक का परिवार
अवनीश पांडे कौंधियारा थाना क्षेत्र के गढ़वा कला गांव का रहने वाला था। उसके पिता खेती करते हैं। वह दो भाइयों और एक बहन में सबसे बड़ा था। छोटा भाई भी उसी स्कूल में पढ़ता है और घटना के समय मौजूद था।
इलाके में दहशत
यह हत्या शिक्षकों और विद्यार्थियों की मौजूदगी में हुई, जिससे इलाके के लोग सकते में हैं। परिजन और ग्रामीण प्रशासन से कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं, अभिभावकों के मन में यह भय बैठ गया है कि अगर स्कूलों में ही बच्चे सुरक्षित नहीं हैं, तो पढ़ाई का माहौल कैसे सुरक्षित रहेगा।