
सुपौल ज़िले के राघोपुर थाना क्षेत्र के सिमराही बाज़ार में बुधवार की रात बड़ी चोरी की वारदात सामने आई। महज़ पांच दिन पहले शुरू हुई सर्राफ ज्वेलर्स दुकान से अपराधी लगभग 30 लाख रुपये मूल्य के सोने-चांदी के जेवरात लेकर फरार हो गए। खास बात यह है कि दुकान थाना से सिर्फ़ 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। घटना के बाद व्यापारियों ने आक्रोश जताते हुए गुरुवार को ही बाज़ार बंद कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध किया।
कैसे हुई वारदात
जानकारी के अनुसार देर रात अपराधियों ने दुकान का ताला तोड़कर शटर काटा और जेवरात चोरी कर लिए। दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर भी साथ ले गए, जिससे जांच मुश्किल हो गई। गुरुवार सुबह जब आसपास के दुकानदार दुकानें खोलने पहुंचे, तो टूटा शटर देखकर व्यापारी संतोष सर्राफ को सूचना दी। दुकान के भीतर सामान बिखरा हुआ था।
दुकान के पीछे से शराब की खाली बोतलें भी मिलीं, जिससे आशंका है कि अपराधियों ने चोरी से पहले वहीं बैठकर शराब पी थी। व्यापारी ने बताया कि दुकान में लगभग 5 किलो चांदी और 70 ग्राम सोना रखा हुआ था। हालांकि, चोर दुकान में मौजूद तिजोरी नहीं तोड़ सके।
व्यापारी का पुराना इतिहास
पीड़ित व्यापारी संतोष सर्राफ ने बताया कि 20 साल पहले उनकी एक अन्य दुकान में भी चोरी हुई थी और हाल ही में उन पर फायरिंग की घटना भी हो चुकी है।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष नवीन कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। वीरपुर सर्किल इंस्पेक्टर अनुप्रिया और एसडीपीओ सुरेंद्र कुमार ने भी जांच की और जल्द खुलासा करने का दावा किया। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिनमें हथियारबंद सात चोर दिखाई दे रहे हैं। माना जा रहा है कि वारदात रात लगभग 12 बजे हुई।
व्यापारियों का आक्रोश
घटना से गुस्साए व्यापारियों ने कहा कि यदि शुक्रवार शाम तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो शनिवार से पूरा बाज़ार बंद रहेगा। व्यापार संघ के उपाध्यक्ष दिलीप पूर्वे ने बताया कि थानाध्यक्ष ने मामले के उद्भेदन के लिए 36 घंटे का समय मांगा है।
व्यापार संघ अध्यक्ष ललित जायसवाल, भाजपा नेता सचिन माधोगारिया और अन्य नेताओं ने कहा कि थाने से इतनी नज़दीक चोरी होना पुलिस की गंभीर लापरवाही दर्शाता है। व्यापारियों का आरोप है कि पुलिस रात गश्त के बजाय अवैध वसूली में लगी रहती है, जिससे अपराधियों का हौसला बढ़ रहा है।
बढ़ती असुरक्षा की भावना
स्थानीय व्यापारी व पूर्व मुखिया बैद्यनाथ भगत ने कहा कि लगातार बढ़ते अपराधों से व्यापारी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और कई लोग पलायन पर विचार कर रहे हैं। पूर्व प्रमुख महेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि इलाके से दो राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरने के कारण अपराधी आसानी से घटनाओं को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं।