देहरादून ( उत्तराखंड) गुरुनानक कॉलेज में 12 से 18 अगस्त 2025 तक “एंटी रैगिंग सप्ताह” का आयोजन बड़े उत्साहपूर्वक किया गया। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा वर्ष 2023 से प्रति वर्ष 12 अगस्त को “एंटी रैगिंग डे” के रूप में मनाने के निर्देश दिये गये थे।
इस सप्ताह का उद्देश्य कॉलेज परिसर को रैगिंग जैसी सामाजिक बुराई से मुक्त करना और छात्रों में सौहार्दपूर्ण वातावरण को बढ़ावा देना था।कार्यक्रम के दौरान एंटी रैगिंग पर आधारित नुक्कड़ नाटक, पोस्टर मेकिंग, स्लोगन लेखन, निबंध लेखन तथा शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। नुक्कड़ नाटक कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा, जिसमें छात्रों ने रैगिंग के दुष्परिणामों को मंच पर प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। इस नाटक में पलक, हिमेश, जस्मीत, आंचल नेगी, पल्लवी, सौरभ रंजन, कृष नंदन, दीक्षा, रिधि, खुशी, चाहत, अनामिका, गौरव, सुमित, आदित्य, मनराज, तरसेम, हिमांशु, आर्यन, फईम, अयान खान, कृषका पटेल, आकर्ष गुप्ता, आकृति सोनी, आशी रानी, ज्योतिष्णा दत्ता, परमिंदरजीत कौर, राशिद, अभय, अनिकेत भारती और आकाशदीप कौर ने भाग लिया और अपनी प्रस्तुति से रैगिंग विरोधी संदेश को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया।
प्रतियोगिताओं में छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। निबंध लेखन प्रतियोगिता में हैटमिंचोंग (नर्सिंग विभाग) ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, एम.डी. फैज़ल अली (बीपीटी) द्वितीय स्थान पर और ऐलेना (बीएमआरआईटी) तृतीय स्थान पर रहीं। स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में नर्सिंग विभाग की सुहाना थापा प्रथम, बी.एससी. ओटीटी की तेनज़िन डेकी बापू द्वितीय और नर्सिंग की पल्लवी शर्मा तृतीय स्थान पर रहीं। वहीं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में बी.एससी. नर्सिंग विभाग की दीक्षा ने प्रथम, जस्मीत ने द्वितीय और सौरभ रंजन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इस अवसर पर कॉलेज के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी छात्रों को संबोधित किया।
गुरुनानक कॉलेज देहरादून के सीईओ श्री भूपिंदर सिंह ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि रैगिंग एक गंभीर सामाजिक बुराई है, जिसे जड़ से समाप्त करना हम सबकी जिम्मेदारी है। हमारा उद्देश्य छात्रों को सुरक्षित, सहयोगी और प्रेरणादायक वातावरण देना है।” सीओओ श्रीमती विनीत अरोड़ा ने कहा, “इस तरह की गतिविधियाँ छात्रों को सामाजिक रूप से जागरूक बनाती हैं और उनके चरित्र निर्माण में सहायक होती हैं।” सीएसओ श्री सैथजीत सिंह ने कहा, “छात्रों की सुरक्षा और मानसिक शांति हमारे लिए सर्वोपरि है। रैगिंग के खिलाफ यह प्रयास इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।” रजिस्ट्रार डॉ. ललित कुमार ने कहा कि सकारात्मक माहौल और आपसी सहयोग से ही हम रैगिंग जैसी बुराई को समाप्त कर सकते हैं।
कॉलेज के निदेशक डॉ. एस. दुरैवेल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी और नैतिक मूल्यों को भी विकसित करना है। एंटी रैगिंग सप्ताह इस दिशा में एक प्रेरणादायक पहल है।”
कार्यक्रम के समापन पर आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सभी छात्रों व स्टाफ सदस्यों ने रैगिंग मुक्त, सुरक्षित और सहयोगात्मक शैक्षणिक वातावरण बनाने की शपथ ली।