कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने शुक्रवार को संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन पर अपनी प्रतिक्रिया देकर विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गई थीं…वह मुश्किल से बोल पा रही थीं, बेचारी।’’ अब सोनिया के इसी बयान को लेकर भाजपा उनपर हमलावर हो गई है। भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी की ओर से राष्ट्रपति मुर्मू के लिए की गई एक टिप्पणी को लेकर उनकी कड़ी निंदा की और मांग की कि वह राष्ट्रपति तथा भारत के आदिवासी समुदायों से बिना शर्त माफी मांगें।
अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बिना नाम लिए सोनिया गांधी पर निशाना साधा है। दिल्ली में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस और आपदा दोनों अहंकार की पराकाष्ठा के प्रतीक हैं। ये AAP-दा वाले खुद को दिल्ली का मालिक बताते हैं। तो वहीं कांग्रेस वाले खुद को देश का मालिक समझते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शाही परिवार का अहंकार आज देश ने फिर देखा है। आज हमारी सम्मानीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी ने संसद को संबोधित किया। उन्होंने देशवासियों की उपलब्धियों के बारे में बताया, विकसित भारत के विजन के बारे में बताया।
मोदी ने कहा कि हिंदी उनकी मातृभाषा नहीं है, फिर भी उन्होंने बहुत ही बेहतरीन भाषण दिया, लेकिन कांग्रेस का शाही परिवार उनके अपमान पर उतर आया है। शाही परिवार के एक सदस्य ने कहा कि आदिवासी बेटी ने बोरिंग भाषण दिया। दूसरी सदस्य तो इससे भी एक कदम आगे बढ़ गई। उन्होंने राष्ट्रपति जी को poor thing कहा, गरीब कहा, चीज कहा, थकी हुई कहा। ये देश के आदिवासी भाई-बहनों का अपमान है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद सोनिया गांधी द्वारा की गई एक टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हमले पर पलटवार करते हुए शुक्रवार को कहा कि उनकी मां राष्ट्रपति का बहुत सम्मान करती हैं तथा उनकी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि मेरी मां 78 साल की एक बुजुर्ग महिला हैं। उन्होंने सिर्फ यह कहा कि राष्ट्रपति इतना लंबा भाषण पढ़कर थक गई होंगी। वह महिलाओं का बहुत सम्मान करती हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मीडिया ने इसे तोड़-मरोड़कर पेश किया।