कानपुर। कानपुर शहर ही नहीं उन्नाव, फतेहपुर और लखनऊ तक में स्क्रैप कारोबार के नाम पर फर्जी फर्में चलाकर करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी की जा रही थी। डीजीजीआई की टीम जब रिकॉर्ड में दर्ज इन फर्मों के पतों पर जानकारी करने पहुंची, तो कहीं पर दूसरे नाम की फर्म चलती मिली। कहीं पर आटा चक्की या मेडिकल स्टोर संचालित था। जीएसटी पोर्टल पर भी फर्जी किरायेदारी अनुबंध पत्र अपलोड कर रजिस्ट्रेशन कराया गया था। बड़े फर्जीवाड़े की जानकारी डीजीजीआई को हुई है।
इसमें कई लोग शामिल हैं। तीन लोगों की गिरफ्तारी तो कर ली गई है, लेकिन अभी जांच-पड़ताल जारी है। कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। मेहरबान सिंह का पुरवा स्थित ग्रेस सिटी के फ्लैट नंबर 601 में डीजीजीआई की टीम ने संजीव कुमार और उसके ड्राइवर दिनेश कुमार मिश्रा की मौजूदगी में छापेमारी की। इस दौरान टीम को कई फर्मों के प्रोपराइट की मोहरें, इनवाइस, ई-वे बिल, धर्मकांटा की पर्ची और इन फर्मों के जीएसटी रिटर्न की तैयारी से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए।
सभी दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को सील कर दिया गया। श्री अमरनाथ इंटरप्राइजेज के परिसर में छापेमारी के दौरान वहां के कर्मचारी राजेश विश्वकर्मा ने बताया कि फर्म रोहित मिश्रा के नाम पंजीकृत है, लेकिन गोदाम व स्क्रैप की खरीद-बिक्री का सारा काम असलम देखते हैं। सारा लेनदेन नकद होता है। रोहित मिश्रा ने घर पर छापेमारी के दौरान बताया कि फर्म मई 2023 में शुरू की थी। पहले शास्त्रीनगर में व्यापार करते थे बाद में बंथर उन्नाव से करने लगे।
टीम भारत ट्रेडर्स के पते पर पहुंची तो वह बंद थी। केयरटेकर रमेश तिवारी ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से ही उसने नौकरी शुरू की है। दुकान खुलवाने पर कुछ प्लास्टिक स्क्रैप बरामद हुआ। आसपास के लोगों ने बताया था कि कामकाज काफी दिनों से बंद है। नितेश के घर पर छापेमारी के दौरान नितेश ने संजीव के साथ हुए कुछ व्हाट्सएप चैट दिखाए। गोपाल इंटरप्राइजेज के मुनीम रमेश तिवारी ने बताया कि यहां लोहा और प्लास्टिक कबाड़ का काम होता है।
जीएसटी से संबंधित कोई कागज बरामद नहीं हुए। गोपाल इंटरप्राइजेज के जूही स्थित पते पर मेसर्स कनिष्का इंटरप्राइजेज चलती हुई मिली। इसकी प्रोपराइटर अंजू सक्सेना ने सारिका के बारे में जानकारी से इन्कार किया। आसपास के लोगों ने बताया कि गोपाल इंटरप्राइजेज नाम की कोई फर्म यहां नहीं चलती। प्रोपराइटर सारिका परिसर को बेचकर चली गई हैं। मेसर्स जेएसआर सेल्स के पते पर टीम पहुंची,तो वहां पर भी कोई फर्म चलती नहीं मिली।
मेसर्स आराधना ट्रेडर्स के पते पर शंकर जायसवाल आटा चक्की चलाते मिले। उनके मुंशी ने बताया कि वह 20-30 साल से काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें आराधना ट्रेडर्स या उसके प्रोपराइटर सूरज तिवारी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। मेसर्स शुभ लाभ ट्रेडर्स के पते पर नीलकंठ सर्जिकल एंड मेडिकोज नाम का मेडिकल स्टोर चलते मिला। यहां मिले विनय जायसवाल ने भी किसी फर्म की जानकारी होने से इन्कार किया। मेसर्स बृजेश ट्रेडर्स के पते पर पहुंची टीम को भी वहां कोई फर्म चलती नहीं मिली।
यहां परिसर के मालिक प्रदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि सितंबर माह में भी सीजीएसटी अफसरों की टीम आकर फर्म के बारे में पूछताछ कर रही थी। उनको भी यही बताया था कि यहां कोई फर्म नहीं चलती। मेसर्स जयश्रीराम ट्रेडिंग कंपनी बंद मिली। इस परिसर के मालिक शंकरलाल राजपूत ने बताया कि फर्म के प्रोपराइटर सुधीर को अगस्त 2024 में जगह किराये पर दी थी। एक बार माल आया इसके बाद कोई कामकाज नहीं हुआ। शंकरलाल ने बताया कि जीएसटी पोर्टल पर दाखिल किया गया किरायेदारी अनुबंध पत्र फर्जी है, उनके हस्ताक्षर नहीं हैं और बिना उनकी जानकारी के ऐसा किया गया है। सुधीर का मोबाइल नंबर मिलाया गया तो वह बंद मिला। इस पर परिसर को सील कर दिया गया।
इन 14 ठिकानों पर हुई छापेमारी
- संजीव कुमार के यशोदानगर, राजीवनगर स्थित घर
- विपरेंद्र कुमार के कोयलानगर, शिवपुरम स्थित घर
- संजीव कुमार के मेहरबान सिंह का पुरवा, ग्रेस सिटी स्थित घर
- मेसर्स श्री अमरनाथ इंटरप्राइजेज के बंथर उन्नाव स्थित परिसर
- रोहित मिश्रा के शास्त्रीनगर, हरिहरनाथ स्थित घर
- मेसर्स भारत ट्रेडर्स के दहेली सुजानपुर स्थित परिसर
- मेसर्स भारत ट्रेडर्स के प्रोपराइटर नितेश कुमार के कल्याणपुर, बारासिरोही स्थित घर
- मेसर्स गोपाल इंटरप्राइजेज के पनकी इस्पातनगर स्थित परिसर
- मेसर्स गोपाल इंटरप्राइजेज की प्रोपराइटर सारिका के जूही, विनोबानगर स्थित घर
- मेसर्स जेएसआर सेल्स के फतेहपुर, लखनऊ रोड स्थित परिसर
- मेसर्स आराधना ट्रेडर्स के लखनऊ, मिर्तजा हुसैन रोड स्थित परिसर
- मेसर्स शुभ लाभ ट्रेडर्स के कानपुर एक्सप्रेस रोड स्थित परिसर
- मेसर्स बृजेश ट्रेडर्स के किदवईनगर स्थित परिसर
- मेसर्स जय श्रीराम ट्रेडिंग कंपनी के दहेली सुजानपुर स्थित परिसर