अमरोहा। गजरौला क्षेत्र के गांव बहलोलपुर में ईंट भट्ठे पर काम करने वाले मजदूर टिंकू की सात साल की बेटी दिव्यांशी की कुत्तों के हमले में जान चली गई। बच्ची शुक्रवार सुबह अपनी मां के साथ भट्ठे से खेत पर गई थी। मां भट्ठे पर लौट आई और खेत पर अकेली मौजूद बच्ची को कुत्तों के झुंड ने घेर लिया।
बच्ची की चीख सुनकर नजदीकी खेतों में मौजूद लोगों ने लाठी-डंडों से कुत्तों को तितर-बितर किया। कुत्तों को दौड़ाने वाले लोगों ने बताया कि खूंखार कुत्ते करीब आधे घंटे तक बच्ची को नोचते-खींचते रहे। बुरी तरह जख्मी बच्ची को परिवार के लोग सीएचसी ले गए। जहां से जिला अस्पताल रेफर किया गया।
जिला अस्पताल में उपचार के दौनान बच्ची ने दम तोड़ दिया। टिंकू रहरा थाना क्षेत्र के गांव गंगेश्वरी का रहने वाला है। मजदूरी करने के दौरान वह गांव बहलोलपुर स्थित ईंट भट्ठे पर ही रहता है। पत्नी व बच्चे भी साथ रहते हैं। अमरोहा जिले में कुत्तों की हमले की घटनाएं थम नहीं रही है। खूंखार कुत्ते लगातार हमले कर रहे हैं। सबसे ज्यादा बच्चों को शिकार बना रहे हैं। गजरौला में कुत्तों के हमले से घायल हुई बच्ची दिव्यांशी को बुरी तरह नोच डाला था। परिजनों के मुताबिक पंद्रह से अधिक कुत्तों के झुंड ने हमला किया था।
बच्ची का उपचार करने वाले डॉ. मोहम्मद इकबाल ने बताया कुत्ते के हमले से बच्ची बुरी तरह घायल हुई थी। उसके शरीर पर कोई अंग ऐसा नहीं बचा था जहां कुत्तों ने काटा न हो। उसकी गर्दन पर गहरे घाव कर दिए थे। बच्ची बुरी तरह घबराई हुई थी। गर्दन के गहरे घाव के कारण उसकी सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। जिसके चलते उसकी मौत हो गई। उधर इससे पहले भी जिले में कई घटनाएं हो चुकी हैं।
मंडी धनौरा में भी कुत्तों के झुंड ने बच्ची पर हमला कर जख्मी कर दिया था। जबकि, हसनपुर क्षेत्र में खूंखार कुत्ते कई लोगों की जान लील चुके हैं। जान गंवाने वालों में सबसे अधिक संख्या बच्चों की है। आवारा कुत्तों द्वारा बालिका को मार डालने की घटना दुखद है। पशुपालन विभाग को पूर्व में निर्देश दिए जा चुके हैं कि जांच की जाए कि आखिर कुत्ते इस तरह हमलावर होकर बच्चों को क्यों निशाना बना रहे हैं। कुत्तों को पकड़ने का अभियान लगातार जारी है।
नगरपालिका क्षेत्र के अलावा गांव देहात में भी हिंसक कुत्तों को पकड़वाया जा रहा है। इस तरह की घटनाएं न हों, इसके लिए संबंधित अधिकारियों को अलर्ट किया जाएगा। -राजेश कुमार त्यागी, डीएम अमरोहा।
कुत्तों के हमले की घटनाएं
- 31 मार्च 2021- हसनपुर के गांव रामपुर भूड़ में किसान के 11 वर्षीय बेटे शरद को कुत्तों ने मार डाला था।
- 01 अप्रैल 2021- हसनपुर के गांव दीपपुर में 14 वर्षीय कनिष्क को कुत्तों ने मार डाला था।
- 20 अक्टूबर 2021- सैदनगली के हुसैनपुर में जयपाल की 14 वर्षीय बेटी रिंकी को कुत्तों ने मार डाला था।
- 27 नवंबर 2021- सैदनगली के कनेटा में आठ वर्षीय अमित को कुत्तों ने मार डाला था।
- 23 जनवरी 2022- का सैदनगली थाना क्षेत्र के गांव बिजनौरा में 40 वर्षीय नथीया को कुत्तों ने मार डाला था।
- 04 अप्रैल 2022- हसनपुर के रामपुर भूड़ में राजकुमार के आठ वर्षीय बेटे आर्यन को कुत्तों ने मार डाला था।
- 30 मई 2022- हसनपुर के उधनपुर में दस वर्षीय शशिकांत को कुत्तों ने मार डाला था।
- 29 जून 2022 – दीपपुर के जंगल में 40 वर्षीय महिला राजवती को कुत्तों ने मार डाला था।
- 29 जुलाई 2023- गजरौला सुल्तानठेर मोहम्मदपुर निवासी भगवत की नौ वर्षीय बेटी सविता को कुत्तों ने हमलाकर मार डाला।
- 3 मार्च 2024- गांव कूबी में सात साल के शिवा पुत्र सचिन कुत्तों ने नोच कर मौत के घाट उतार दिया था।
- 6 मार्च 2024- जारा पुत्री जमशेद अली निवासी रजबपुर को नोचकर घायल कर दिया था।
- 9 मार्च 2024- धनौरा को नगर के मोहल्ला कटरा में छह साल की बालिका हादिया को कुत्तों के झुंड ने हमला कर घायल किया।
- 11 मार्च 2024- मंडी धनौरा ततारपुर गांव में पिटबुल ने दो साल के मासूम प्राकुल को घायल किया।