
लखनऊ। राजधानी में धोखाधड़ी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला पर ऑस्ट्रेलिया में रह रही एनआरआई की संपत्ति हड़पने का आरोप लगा है। आरोपी महिला ने कथित तौर पर एनआरआई के आधार कार्ड और पैन कार्ड में हेरफेर कर फर्जी कागजात तैयार किए और उन्हीं के नाम पर बैंक ऑफ महाराष्ट्र, सर्वोदय नगर शाखा में खाता खुलवा लिया। इस पूरे मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फर्जी दस्तावेज़ों के सहारे चल रही थी साजिश
कृष्णानगर के न्यू श्रीनगर निवासी निहारिका आहूजा ने अपनी देवरानी निशु आहूजा, जो वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड में अपने परिवार के साथ रहती हैं, की ओर से गाजीपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार, आरोपी महिला ने किसी तरह निशु आहूजा के महत्वपूर्ण पहचान दस्तावेज (आधार और पैन कार्ड) हासिल कर लिए और उनमें बदलाव कर फर्जी दस्तावेज तैयार करा लिए। इन कागजातों के आधार पर उसने निशु आहूजा की गाजीपुर इलाके में स्थित संपत्ति को अपने नाम पर करने की कोशिश की।
बैंक खाता खोल संपत्ति बेचने की तैयारी
आरोपी ने न केवल दस्तावेज़ों में हेराफेरी की बल्कि फर्जी पहचान के आधार पर बैंक खाता भी खुलवा लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, वह अब संपत्ति को बेचने या ग्राहकों से एडवांस राशि लेने की फिराक में थी, ताकि वह रकम सीधे उसी खाते में जमा हो सके। समय रहते इस साजिश का पता चल गया, जिससे बड़ी आर्थिक धोखाधड़ी टल गई।
निहारिका ने बताया—”देवरानी की संपत्तियों की देखरेख मैं करती हूं”
निहारिका आहूजा ने बताया कि उनकी देवरानी निशु की कृष्णानगर और गाजीपुर इलाके में कई संपत्तियाँ हैं, जिनकी देखरेख वह स्वयं करती हैं। हाल ही में उन्हें जानकारी मिली कि एक अज्ञात महिला उनकी संपत्तियों के फर्जी कागजात दिखाकर लोगों से सौदेबाजी कर रही है। जब उन्होंने जांच की, तो बैंक ऑफ महाराष्ट्र, सर्वोदय नगर शाखा में खुलवाए गए खाते की जानकारी सामने आई।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच जारी
शिकायत पर गाजीपुर थाने के इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौर्या ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है और विवेचना दरोगा सौरभ को सौंपी गई है। फिलहाल पुलिस उस अज्ञात महिला की पहचान और नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है। बैंक से खाते के दस्तावेज़, सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल साक्ष्य मांगे गए हैं।
साइबर क्राइम एंगल की भी जांच
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने साइबर क्राइम शाखा से भी सहयोग मांगा है। संभावना है कि आरोपी ने दस्तावेज़ ऑनलाइन माध्यम से हासिल किए हों। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आधार और पैन कार्ड में छेड़छाड़ किस स्तर पर की गई और क्या इसमें बैंक कर्मचारियों की कोई भूमिका रही।
बढ़ते फर्जीवाड़ों से सावधान रहने की अपील
पुलिस अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने आधार, पैन या अन्य संवेदनशील दस्तावेजों की प्रतियां अजनबियों के साथ साझा न करें। कई बार ऐसे दस्तावेज़ों का दुरुपयोग कर फर्जी पहचान और संपत्ति के दस्तावेज़ तैयार किए जा रहे हैं। यह मामला राजधानी में बढ़ते डिजिटल और रियल एस्टेट फ्रॉड्स की ओर भी संकेत करता है।
पीड़ित परिवार में दहशत
निहारिका और उनका परिवार इस घटना के बाद से काफी चिंतित है। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते उन्हें जानकारी न मिलती, तो देवरानी की करोड़ों की संपत्ति हाथ से निकल सकती थी। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की ठगी का शिकार न बने।







